चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर शामिल होंगे कांग्रेस पार्टी में 2 मई तक।

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर शामिल होंगे कांग्रेस पार्टी में  2 मई तक।

 टाइम्स खबर डेस्क  timeskhabar.com

कांग्रेस पार्टी साल 2024 में होने वाले लोकसभा और उससे पहले होने वाले  चुनाव को लेकर तैयारियां तेज कर दी है। इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर से बातचीत भी चल रही है। इस बात की भी चर्चा जोरों पर है कि वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हो सकते हैं। वे किस पद की जिम्मेवारी संभालेगें यह अभी तय नहीं है। इस बीच कांग्रेस लीडर सोनिया गांधी और राहुल गांधी से उनकी मुलाकात भी हुई। उन्होंने कांग्रेस को मजबूत करने के लिये कई सुझाव भी दिये। कहा जा रहा है कि यह तय है कि वे कांग्रेस पार्टी में शामिल हो रहे हैं।

 

नव भारत टाइम्स के अनुसार   - "चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Political Strategist Prashant Kishor) की कांग्रेस में एंट्री को लेकर अब बहुत सस्पेंस बचा नहीं है। सस्पेंस इस बात पर है कि वो किस पद और कौन सी भूमिका में रहेंगे। इस पर भी लगभग फैसला हो चुका है और बहुत जल्द इसका ऐलान भी होने वाला है। प्रशांत किशोर (पीके) के कांग्रेस जॉइन करने के साथ (Speculation About Joining Congress) ही चर्चा उनके प्रेजेंटेशन को लेकर भी हो रही है। आखिर क्या है उस 600 स्लाइड वाले प्रेजेंटेशन में। पीके राजनीतिक गलियारों की खबरों से कभी दूर होते नहीं है। कई मौकों पर यह भी देखा है कि उनको जो कहना होता है वो कहते भी हैं। अतीत में उन्होंने राहुल गांधी की आलोचना भी की है। कांग्रेस के लिए वो अब 2024 की रणनीति तैयार करने में जुटे हैं। 2024 की बात इसलिए भी क्योंकि उससे पहले राज्य चुनाव के नतीजे पर बहुत ज्यादा चर्चा न हो। कांग्रेस भी इस बार उनको अपने साथ जोड़ने के लिए उत्सुक दिख रही है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को लगता है कि पीके के प्लान में वो दम है जिससे पार्टी को फायदा पहुंच सकता है लेकिन सवाल भी कई हैं।"

अमर उजाला के अनुसार - "एक अन्य पूर्व केन्द्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य का कहना है कि प्रशांत किशोर चुनाव प्रचार की रणनीति तैयार करने में माहिर हैं। अब वह राजनेता के तौर पर अपनी नई भूमिका में आना चाहते हैं। इसके लिए कांग्रेस पार्टी सबसे अच्छा विकल्प है। हमें खुशी होगी कि वह कांग्रेस पार्टी के एक सिपाही के रूप में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करें। कांग्रेस देश की सबसे पुरानी, सबको साथ लेकर चलने वाली धर्मनिरपेक्ष पार्टी है। इसके सिवा मुझे कुछ नहीं कहना है। "

बीबीसी -   चुनावी रणनीतिकार के तौर पर प्रशांत किशोर के करियर के हाईलाइट्स की बात करें तो 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की जीत, नीतीश कुमार-लालू गठबंधन की बिहार में जीत और 2021 में ममता बनर्जी की पश्चिम बंगाल में जीत अहम है. इसके अलावा उन्होंने पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह, आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, आंध्र प्रदेश में जगन रेड्डी और तमिलनाडु में डीएमके नेता एमके स्टालिन को अपनी प्रोफ़ेशनल सेवाएँ दी हैं. इन नेताओं के साथ भी उनकी सफलता की कहानियां चर्चा में रहती हैं. लेकिन 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव में राहुल और अखिलेश को साथ ला कर उन्होंने 'यूपी के लड़के' के साथ एक प्रयोग किया पर वो असफ़ल रहे. ममता बनर्जी की पार्टी को इस साल गोवा चुनाव लड़ाने की सलाह भी उनकी ही बताई जाती है, लेकिन वो यहाँ भी टीएमसी की नैया पार नहीं लगा पाए. ऐसे में कांग्रेस के भीतर और बाहर कई लोग सवाल पूछ रहे हैं?

मीडिया रिपोर्टस के अनुसार प्रशांत किशोर ऐसे चुनावी विश्लेषक हैं जो भारतीय राजनीति को अच्छी तरह समझते हैं। उनके पास शानदार अनुभव है। इसका लाभ कांग्रेस पार्टी को मिलना तय है ।  कहा जा रहा है कि 2 मई तक तस्वीर साफ हो जायेगी।