रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह : राज्यपाल रमेश बैस के हाथों छात्र सम्मानित। उन्होंने संस्थापक रामचंद्र चंद्रवंशी की तारीफ की और शुभकामनाएं दी कि विश्वविद्यालय देश के अग्रणी निजी विश्वविद्यालय में सुमार हो.

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रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह :  राज्यपाल रमेश बैस के हाथों छात्र सम्मानित। उन्होंने संस्थापक रामचंद्र चंद्रवंशी की तारीफ की और शुभकामनाएं दी कि  विश्वविद्यालय देश के अग्रणी निजी विश्वविद्यालय में सुमार हो.

टाइम्स खबर timeskhabar.com

झारखंड के विश्रामपुर स्थित रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय (Ramchandra Chandravanhi University)के प्रथम दीक्षांत समारोह के मौके पर मुख्य अतिथि राज्य के गवर्नर  रमेश बैस ने विश्वविद्यालय के संस्थापक रामचंद्र चंद्रवंशी की सराहना की और कहा कि उन्होंने पिछड़े व नक्सल उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में कई शिक्षण संस्थान स्थापित किये व निजी विश्वविद्यालय की स्थापना कर शिक्षा का अलख जगाया। रामचंद्र चंद्रवंशी जी की सोच सराहनीय है।  युवाओं को शिक्षा के प्रति जगरूक किया और बच्चों के हाथों में कलम थमाया। शुभकामनाएं देते हुए गवर्नर बैस ने कहा कि यह विश्वविद्यालय देश के अग्रणी निजी विश्वविद्यालय में सुमार हो।  महान स्वत्रंता सेनानी नीलांबर-पीतांबर की इस पावन धरती पर स्थापित यह विश्वविद्यालय अन्य राज्यों के विश्वविद्यालयों से बेहतर बने।  साथ हीं  उन्होंने प्रबंधन और छात्रों को सलाह और सूझाव दिये। राज्यपाल ने जो  सुझाव दिये है वे निम्नलिखित हैं - 

- विश्वविद्यालय प्रबंधन सदैव विद्यार्थियों के हितों का ध्यान रखे। साथ हीं उनके सर्वांगीण विकास में अपनी भूमिका निभाये।

-  सदैव विश्वविद्यालय से संबंधित सभी गाइड लाइन का पालन महत्वपूर्ण है।

- छात्रों का सर्वांगीण विकास होना आवश्यक है। गुणवाण और चरित्रवान भी होना आवश्यक है। 

राज्यपाल बैस ने विश्वविद्यालय को उत्तरोत्तर विकास हेतु शुभकामनाएं देते हुए  कहा कि  पहले स्कूल व कॉलेज सरकार के अधीन होते थे। शिक्षा नीति बदली और निजी क्षेत्र के संस्थान शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े, जिसके बाद शैक्षणिक संस्थानों के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ी, परिणाम स्वरूप निजी संस्थान और भी अच्छा करने का प्रयास करते है। लेकिन किसी भी शिक्षण संस्थान को जनविश्वास हासिल करना ही होगा। उन्होंने कहा कि दक्षता व प्रतिभा से हीं एक विशिष्ट पहचान समाज व राष्ट्र से बनती है। उच्च शिक्षा हासिल कर समाजहित का कार्य करे । दूसरे के कल्याण हेतु हमेशा ततपर रहे । देश के भविष्य को दिशा देने का उत्तरदायित्व युवाओं पर है। युवाओ को निखारने की जबाबदेही विश्वविद्यालय की है।  

 

बंदूक लेकर घूम रहे युवाओं को कलम पकड़ाया - रामचंद्र चंद्रवंशी

विश्वविद्यालय के संस्थापक सह स्थानीय विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि जब पहली बार 1995 में विधायक बना तब क्षेत्र उग्रवाद से प्रभावित था। युवा हाथों में बंदूक लेकर नक्सलियों के साथ घुमा करते थे। हमने उन्हें मुख्य धारा से जोड़ा। बंदूक छुड़वाकर उन्हें कलम पकड़ाया। और देखते ही देखते क्षेत्र के युवा मुख्य धारा में जुड़ गये तथा क्षेत्र में शांति स्थापित हो गयी। इतना ही नही शिक्षित युवाओ को तत्काल रोजगार उपलब्ध कराया। गांव-गांव टोले-टोले में स्कूल खुलवाकर स्थानीय युवाओं को पारा शिक्षक बनवाया। उन्होंने कहा कि अपनी माँ से प्रेरणा लेकर पहला शैक्षणिक संस्थान महिला महाविद्यालय खोला। मेरी माँ का कहना था कि बेटा पढ़कर एक घर को रोशन करता है। लेकिन बेटी पढ़ कर दो परिवारों को रोशन करती है। बेटी पढ़ेगी तो ही देश बढ़ेगा। उसके बाद से अबतक कई शिक्षण संस्थान खोलते हुये विश्वविद्यालय तक की स्थापना करायी। 

 

 विश्वविद्यालय से 28 शैक्षणिक संस्थान संचालित - डॉ ईश्वर सागर 

रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ ईश्वर सागर चंद्रवंशी ने विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सभी शैक्षणिक संस्थानों के बारे में विस्तृत रूप से बताया और कहा कि एक महिला महाविद्यालय से शुरू हुआ यह सफर विश्वविद्यालय की स्थापना तक पहुंचा है। आज इस विश्वविद्यालय में कुल 28 शैक्षणिक संस्थान है, जिसमें प्राथमिक शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा और तकनीकी शिक्षा से लेकर मेडिकल तक कि पढाई हो रही है। आज इस विद्यालय के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानो ने 8 हजार से भी ज्यादा छात्र-छात्राएं अध्यनरत हैं।

 

 रामचंद्र चंद्रवंशी विश्वविद्यालय के प्रथम दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि झारखंड गवर्नर रमेश बैस थे।  समारोह की अध्यक्षता संस्थान के चैयरमेन सह विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी ने की. संचालन विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार गुलाब सिंह आजाद ने किया. विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ ईश्वर सागर चंद्रवंशी ने स्वागत भाषण दिया. रामचंद्र चंद्रवंशी व डॉ ईश्वरा सागर चंद्रवंशी ने राज्यपाल को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. मौके पर राज्यपाल ने कहा कि विद्यार्थी देश के भरोसे पर खरा उतरे. जीवन में यश, कृति स्थापित करे, तब जाकर उचित मंजिल मिलेगी।  उन्होंने कहा कि महान स्वत्रंता सेनानी नीलांबर-पीतांबर की इस पावन धरती पर स्थापित यह विश्वविद्यालय अन्य राज्यो के विश्वविद्यालयों से बेहतर बने. लेकिन विश्वविद्यालय में ढांचागत संरचना भी होना जरूरी है. यूजीसी के गाइड लाइन का पालन होना चाहिये. विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रहित का हमेशा ध्यान रखे। जन आकांक्षाओ को पूरा करे.उन्होंने विश्वविद्यालय प्रबंधन को शुभकामना देते हुये कहा कि यह विश्वविद्यालय ज्ञान का केंद्र बने.शिक्षा का हब बने.राजपाल श्री बैस ने विद्यार्थियों को भी टिप्स देते हुये कहा कि दीक्षांत का यह बेला सभी विद्यार्थियों के लिये विशेष होता है.अन्य विद्यार्थियों को भी यह क्षण प्रेरणा देता है.विद्यार्थी संस्थान की पूंजी होते है.विद्यार्थियों का हर कार्य विश्वविद्यालय को प्रभावित करता है. इसलिये हमेशा सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ते रहने का प्रयास करे. 

 

दीक्षांत समारोह में राजयपाल रमेश बैस ने विश्वविद्यालय के विभिन्न भिभागो में टॉपर रहे 23 छात्र-छात्राओं को स्वर्णपदक भेंटकर सम्मानित किया. इससे पहले राजपाल रमेश बैस को हेलीकॉप्टर से उतरते ही गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर स्थित साई व अष्ठभुजी मंदिर में पूजा अर्चना की. विश्वविद्यालय के आयुर्वेदक व होमियोपैथिक भवन का उद्घाटन भी फीता काट कर किया. मौके पर छतपुर विधायक पुष्पा देवी,आयुक्त जटाशंकर चौधरी, डीआईजी राजकुमार लकड़ा, पलामू उपायुक्त शशि रंजन,पुलिस अधीक्षक चंदन सिन्हा, उपविकास आयुक्त मेघा भरद्वाज, एसडीपीओ सुरजीत कुमार ,एसडीओ राजेश साह,सीएस अनिल सिंह, रणधीर सिंह सहित इस विश्वविद्यालय के कई पदाधिकारी मौजूद थे।

 

दीक्षांत समारोह में कुल 2926 विद्यार्थियों को डिग्री दिया गया.जिसमे से 23 टॉपरों को राजपाल ने अपने हाथों से स्वर्णपदक दिया. मौके पर एसडीओ राजेश साह, सीएस अनिल सिंह, डीपीएम दीपक गुप्ता, रामलखन सिंह, बृजलाल यादव, अपूर्वा शर्मा, डॉ आरके सिंह, नीलम केशरी, वरीय भाजपा नेता भोला चंद्रवंशी, शुशील कुमार चौबे उर्फ टिकैत चौबे, तेतरी चंद्रवंशी,अनुराग चंद्रवंशी, संजय चंद्रवंशी, मंजू चंद्रवंशी, नूतन रानी, पुष्पा चंद्रवंशी, मनीषा सिंह,अरुण सिंह, रामचंद्र यादव , रविंद्रवनाथ उपाध्याय, सीएस दुबे, अनुज कुमार चौधरी, विजय कुमार रवि, राजन पांडेय, सुनील कुमार चौधरी,वीरेंद्र सिंह,विजय नारायण पांडेय,राजनाथ पांडेय,इद्रीश हवारी,शंकर केशरी सहित कई लोग मौजूद थे।

रामचंद्र चंद्रवंशी जी और ईश्वर सागर चंद्रवंशी जी गरीब छात्रों के लिये मसीहा हैं -मिथिलेश सिंह चंद्रवंशी

प्रथम दीक्षांत समारोह की जानकारी देते चंद्रवंशी क्षत्रिय समाज के महामंत्री मिथिलेश सिंह चंद्रवंशी ने कहा कि रामचंद्र चंद्रवंशी जी और ईश्वर सागर चंद्रवंशी जी गरीब छात्रों के लिये मसीहा हैं। उनके कोशिशों का हीं नतीजा है कि गरीब छात्रों भी उच्च शिक्षा हासिल करने की रूचि तेजी से बढ रही है। उन्होंने कहा कि इसका लाभ पूरे प्रदेश के छात्रों को हो रहा है।