कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारतीय वैज्ञानिक विश्व वैज्ञानिकों के साथ कंधा मिलाकर मानव जाति की सेवा में जुटे हैं : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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कोरोना के खिलाफ लड़ाई में भारतीय वैज्ञानिक विश्व वैज्ञानिकों के साथ कंधा मिलाकर मानव जाति की सेवा में जुटे हैं : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

टाइम्स खबर timeskhabar.com

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय वैज्ञानिकों की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिये हमारे वैज्ञानिकों ने देश को सक्षम बनाया। एक साल के अंदर कोरोना वैक्सीन विकसित करना इतिहास में शायद पहली बार ऐसा हुआ है। जांच-किट, उपकरणों और कारगर दवाओं को बनाना हमारे वैज्ञानिकों की कामयाबी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के चलते ‘‘आत्मनिर्भर भारत’’ अभियान की रफ्तार कुछ धीमी जरूर हुई है लेकिन इस अभियान के जरिए देश को सशक्त बनाना आज भी उनकी सरकार का संकल्प है।

वे वीडियो कॉनफ्रेसिंग के जरिये वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर CSIR)) सोसाइटी की एक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। CSIR सोसाइटी विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग का हिस्सा है। इसकी गतिविधियां देश भर की 37 प्रयोगशालाओं और 39 आउटरीच केंद्रों तक फैली हैं। सोसाइटी के सदस्यों में नामचीन वैज्ञानिक, उद्योगपति और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं। इनकी बैठक सालाना होती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सॉफ्टवेयर से लेकर सैटेलाइट तक भारत दूसरे देशों के विकास को गति दे रहा है। भारत दुनिया के विकास में एक प्रमुख इंजन की भूमिका निभा रहा है। इतिहास इस बात का गवाह है कि जब भी मानवता पर कोई बड़ा संकट आया है, विज्ञान ने और बेहतर भविष्य के रास्ते तैयार कर दिए हैं। पहले दूसरे देशों में खोज हुआ करती थी तो भारत को कई सालों तक उसके लाभ का इंतजार करना पड़ता था लेकिन आज भारत के वैज्ञानिक दूसरे देशों के वैज्ञानिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मानव जाति की सेवा में जुटे हुए हैं और उतनी ही तेज गति से काम कर रहे हैं।

इस कॉन्फ्रेंस में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रेल मंत्री पीयुष गोयल और स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन समेत कई मंत्री व वैज्ञानिक शामिल थे।