राफेल विधिवत रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल। आयोजित समारोह में भारत-फ्रांस के रक्षा मंत्री शामिल

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राफेल विधिवत रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल। आयोजित समारोह में भारत-फ्रांस के रक्षा मंत्री शामिल

टाइम्स खबर timeskhabar.com

विश्व के आधुनिकतम लड़ाकू विमानों में से एक राफेल को भारतीय वायु सेना में औपचारिक रूप से शामिल कर लिया गया। इस मौके पर राफेल ने अंबाला एयरफोर्स एयरपोर्ट से उड़ान भरी और हवा में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया। इस ताकतवार फाइटर प्लेन के उड़ान को संचालित किया 17 स्कवॉड्रन 'गोल्डन ऐरोज़' के पायलट्स ने। इस मौके पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले मौजूद थी। भारत ने यह फाइटर विमान फ्रांस से खरीदे हैं। फ्रांस और भारत के बीच समारिक रिश्ते काफी पुराने, विश्वसनीय और बेहद मजबूत है। विमान को विधिवत सेना में शामिल करने से पहले सर्वधर्म पूजा की गई। 

- पांच फाइटर प्लेन रफाल ने प्रदर्शन में हिस्सा लिया और अपनी उड़ान की ताकत से सभी लोगों को रोमांचित किया। ये विमान 27 जुलाई को भारत पहुंचा था। 

- फाइटर प्लेन का स्वागत वॉटर केनन सैल्यूट से किया गया। 

- राफेल में परमाणु बम के इस्तेमाल की क्षमता है। 4.5 जेनेरेशन का विमान है।

- इस फाइटर प्लेन से चार प्रकार के हाइटेक मिसाइल भी दागे जा सकते हैं - एमआईसीए (MICA ) एयर-टू-एयर मिसाइल, मेटेयोर (Meteor) एयर-टू-एयर मिसाइल, हैमर मिसाइल, स्कल्प क्रूज मिसाइल। 

- एक बार इंधन भरने के बाद राफेल 3700 किलोमीटर की उड़ान भर सकता है। 

- राफेल की रफ्तार 2130 किलोमीटर प्रति घंटा है। 

- भारत और फ्रांस के बीच हुए रक्षा सौदों के तहत साल 2022 तक भारत को 36 राफेल लड़ाकू विमान मिलेंगे। 

- भारत के 36 लडाकू विमानों में 18 को अंबाला में और अन्य को पूर्वोत्तर के हाशिमारा में तैनाय किये जायेंगे। 

- यह एक मिनट में 60 हजार फीट की ऊंचाई तक पहुंच सकता है। 

इस मौके पर भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले के अलावा भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ  - जनरल विपिन रावत,  वायु सेना प्रमुख - एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया, रक्षा सचिव - डॉ अजय कुमार, डीआरडीओ के अध्यक्ष - डॉ जी सतीश रेड्डी समेत कई विशेषज्ञ शामिल थे। फ्रांस की रक्षा मंत्री पार्लें भी एक बड़ी टीम के साथ भारत पहुंची और इस कार्यक्रम में शामिल हुई। 

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अप्रत्यक्ष रूप से चीन और पाकिस्तान की हरकतों के देखते हुए कहा कि सीमाओं पर किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिये भारत पूरी तरह तैयार है। सीमाओं पर जिस तरह के माहौल बनाये गये हैं उसे देखते हुए यह इंडकक्श काफी अहम है। फाइटर प्लेन गेम चेंजर साबित होगा।