श्रीराम मंदिर : 5 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी के हाथों अयोध्या में भूमिपूजन संभव ! एनसीपी अध्यक्ष पवार ने कहा मंदिर बनाने से कोरोना नहीं जायेगा। आर्थिक स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत।

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श्रीराम मंदिर : 5 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी के हाथों अयोध्या में भूमिपूजन संभव ! एनसीपी अध्यक्ष पवार ने कहा मंदिर बनाने से कोरोना नहीं जायेगा। आर्थिक स्थिति पर ध्यान देने की जरूरत।

टाइम्स खबर timeskhabar.com

अयोध्या ( Ayodhaya)में श्री राम मंदिर ( Ram Mandir) के लिये भूमि पूजन 5 अगस्त को होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( PM Narendra Modi) के हाथों। इसके लिये विशेष तैयारियां की जा रही है। प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी पहली बार अयोध्या जायेंगे। इस बीच देश के पूर्व रक्षा मंत्री व एनसीपी (NCP)अध्यक्ष शरद पवार ( Sharad Pawar) ने राम-मंदिर भूमिपूजन को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा  और कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि मंदिर बनाने से कोरोना खत्म होगा। 

एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि सरकार को प्राथमिकताएं तय करनी चाहिये। कोरोना काल है। आर्थिक स्थितियां कमजोर है। इसपर ध्यान देने की जरूरत है। इससे पहले 18 जुलाई को अयोध्या में राम-मंदिर निर्माण से संबंधित मुद्दों पर राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट की दूसरी बैठक हुई थी और आधारशीला रखने के लिये 3 या 5 अगस्त की तारीख का प्रस्ताव रखा गया था।   उन्होंने कहा कि कोरोना बहुंत बड़ा संकट है। इसकी वजह से लॉकडाउन है। छोटे बड़े उद्योगों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है। राज्य और केंद्र सरकार को इस पर विचार करने की जरूरत है। 

इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुधीर मुंगटीवार ने कहा कि सभी को मालूम है कि मंदिर बनने से कोरोना नहीं जायेगा लेकिन यह श्रद्धा का विषय है। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिये। बहरहाल, भूमिपूजन की खबर से संत समाज में उत्साह का माहौल है। मंदिर के निर्माण में कुछ बदलाव किये जायेंगे।  

 

- कहा जा रहा है कि 5 अगस्त को राम-मंदिर निर्माण के लिये भूमिपूजन किया जायेगा। 

- श्रीराम मंदिर की और अधिक भव्यता के लिये कुछ बदलाव किये गये हैं। मंदिर और अधिक ऊंचा और भव्य होगा।  

- मंदिर निर्माण के लिये लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई बढा दी गई है। साथ हीं मंदिर दो मंजिलकी जगह तीन मंजिला होगा। 

- मंदिर में अब 3 की जगह 5 गुंबज होंगे। 

- मंदिर में कुल 318 स्तंभ होंगे यानी हर फ्लोर पर 106 स्तंभ होंगे। 

- पुराने योजना के तहत मंदिर की लंबाई लगभग 268 फीट थी जिसे बढाकर अब लगभग 300 फीट किया जा सकता है। 

- मंदिर की चौड़ाई लगभग 280 फीट होगी जो पहले इसके आधे लगभग 140 फीट थी। 

- मंदिर की ऊंचाई लगभग 161 फीट होगी जो पहले 128 फीट तय की गई थी। 

 राम मंदिर की ऊंचाई, चौड़ाई व लंबाई तीनों ही बढ़ा दी गई हैं. साथ ही राम मंदिर अब दो मंजिल की जगह तीन मंजिल का होगा. पुराने मॉडल के हिसाब से मंदिर की लंबाई 268 फीट 5 इंच थी जो अब 280 से 300 फीट होगी. वहीं, नए मॉडल में मंदिर की चौड़ाई बढ़कर 272-280 फीट के आसपास होगी जो पहले 140 फीट थी. इसके अलावा मंदिर की ऊंचाई 128 फीट से बढ़कर 161 फीट होगी. ऊंचाई में 33 फीट की वृद्धि होने से एक और मंजिल बढ़ाई जा रही है. इसके अलावा तीन गुंबद की जगह नये नक्शे में पांच गुंबद रखे गये हैं. दो मंजिल की जगह अब राम मंदिर तीन मंजिला होगा. पूरे मंदिर में 318 स्तंभ होंगे और हर तल पर 106 स्तंभ बनाए जाएंगे.

बहरहाल, मंदिर का भूमिपूजन कोरान काल में हो रहा है इसलिये कहा जा रहा है कि बड़ी संख्या में लोगों को इकठ्ठा नहीं किया जायेगा। कहा जा रहा है कि भूमिपूजन के लिये 50 से अधिक मेहमानों को नहीं बुलाया जायेगा।