राजीव गांधी जयंती : पिता राजीव गांधी एक विनम्र, सज्जन और स्नेह करने वाले व्यक्ति थे जिनके जाने से मेरे जीवन में बड़ा शून्य पैदा हुआ : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी।

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राजीव गांधी जयंती : पिता राजीव गांधी एक विनम्र, सज्जन और स्नेह करने वाले व्यक्ति थे जिनके जाने से मेरे जीवन में बड़ा शून्य पैदा हुआ : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी।

(राजेश कुमार, टाइम्स ख़बर)। कांग्रेस लीडर व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज 74वीं जयंती है। इस मौके पर राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में अलग अलग जगहों पर उन्हें याद किया गया और श्रद्धांजलि दी गई। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। पत्नी सोनिया गांधी, बेटे राहुल गांधी के साथ बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा और दामाद रॉबर्ट वाड्रा ने भी राजीव गांधी को श्रद्धांजलि दी। राजीव का जन्म 20 अगस्त 1944 को हुआ था मुंबई में। राजीव गांधी आज होते तो लोकतंत्र की मजबूती के साथ साथ विकास की गति और मजबूत होती। लेकिन 1991 में लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर में उनकी हत्या कर दी गई मानव बम के मार्फत। जबरदस्त विस्फोट किया गया। दिन था 21 मई। इस दिन देश ने एक लीडर खो दिया जो भारत के भविष्य को और मजबूती देता।

 पूर्व प्रधानमंत्री व अपने पिता को याद करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष  राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि राजीव गांधी एक विनम्र, सज्जन और स्नेह करने वाले व्यक्ति थे जिनके जाने से मेरे जीवन में बड़ा शून्य पैदा हुआ। मुझे वो समय याद आ रहा है जब हम साथ थे और हम सौभाग्यशाली थे कि उनके जीवित रहते हुए हमने उनके कई जन्मदिन साथ मनाए। उनकी कमी बहुत महसूस होती है लेकिन उनकी यादें जिंदा हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राजीव गांधी की जयंती पर उनके देश के हित में योगदान को याद किया। उन्होंने ट्वीट किया, 'हमारे पूर्व प्रधानमंत्री श्री राजीव गांधी की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि। हम देश के लिए किए गए उनके प्रयासों को याद करते हैं।'   पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और अशोक गहलोत ने वीर भूमि जाकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। 

राजीव गांधी को राजनीति बिल्कुल पंसद नहीं थी। वे इससे दूर ही रहते थे। देश के सबसे ताकतवर परिवार का यह युवा एक एयरलाइन में नौकरी कर अपने जीवन में खुश थे। ऐसे उन्हें धन-दौलत की कमी नहीं थी वे नौकरी अपनी खुशी से कर रहे थे। उनके छोटे भाई संजय गांधी की मौत 1980 में ही एक हवाई दुर्घटना में हो चुकी थी। ऐसे में अपनी मां की सहायता के लिये उन्हें राजनीति मे प्रवेश करना पड़ा। और वे 1982 में राजनीति में प्रवेश किये। और अमेठी से चुनाव जीतकर वे सांसद चुने गये। इस बीच 31 अक्टूबर 1984 को उनकी मां और देश के प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की गोली मारकर हत्या कर दी गई उनके हीं प्रधानमंत्री निवास 1 सफदर जंग रोड पर। हत्या उनके हीं सिख अंगरक्षक सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने की। इसके बाद राजीव गांधी को कांग्रेस पार्टी और देश की बागडोर संभालनी पड़ी। वे देश के प्रधानमंत्री बने। सबसे युवा प्रधानमंत्री थे देश के। और आगामी चुनाव में उन्हें भारी सफलता मिली और प्रधानमंत्री का दायित्व संभाले रखा। 

उनके कार्यकाल में दो सर्वाधिक चर्चित मुद्दे रहे। एक उनके विरोध में और दूसरा उनके पक्ष में। उनके कार्यकाल में बोफोर्स तोप का मुद्दा उठा। उनपर आरोप लगाया गया कि कमिशन का। इसको लेकर जमकर राजनीति हुई लेकिन आज तक कुछ भी साबित नहीं किया जा सका। कहा जाता है कि राजीव गांधी को चुनाव में हराने  के लिये इस मुद्दे को उठाया गया था। और आगामी लोकसभा चुनाव हार गये।  लेकिन उनके कार्यकाल में खरीदे गये बोपोर्स तोप ने देश की लाज रखी। जब कारगिल की ठंड में कोई हथियार काम नहीं कर रहे थे ठीक से, ऐसे में ही कड़ाके की ठंड में बोफोर्स की गर्जना से पाकिस्तान कांप चुका था। और पाकिस्तान को शिकस्त देने में बोफोर्स ने अहम भूमिका निभाई। 

देहरादून से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त करने के बाद राजीव गांधी लंदन गये और वहां के इम्पीरियल कॉलेज और कैंब्रिज विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की। उनके पास देश को बुनियादी ढांचे के साथ साथ विज्ञान के क्षेत्र में आगे बढाने के लिये एक साफ विजन था। इसी का नतीजा था कि तमाम विरोध के बावजूद कंप्यूटर को भारत में स्थापित किया। आज हमारे जीवन में कंप्यूटर का कितना महत्व है ये देख सकते हैं। उस दौर में विपक्ष की ओर से कहा जा रहा था कि इससे रोजगार खत्म हो जायेंगे लेकिन इसके विपरीत विज्ञान में तेजी से विकास के साथ रोजगार के साधन भी बड़े पैमाने पर उपलब्ध हो गये। 

राजीव गांधी सोनिया गांधी से विवाह किया। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी ने वह हर धर्म का बखूबी पालन कर रही हैं जो एक  पत्नी व मां और भारतीय नागरिक को करनी चाहिये। उन्होंने हर आदर्श को स्थापित किया। उनका विवाह साल 1968 में हुआ था। दिवंगत राजीव गांधी के दो बच्चे हैं पुत्र राहुल गांधी और पुत्री प्रियंका गांधी।