बिहार की अस्मिता और ज्वलंत मुद्दों पर आधारित है मेरी फिल्म नमस्ते-बिहार : फिल्म अभिनेता राजन कुमार।

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बिहार की अस्मिता और ज्वलंत मुद्दों पर आधारित है मेरी फिल्म नमस्ते-बिहार : फिल्म अभिनेता राजन कुमार।

बिहार की धरती से जुड़ी हिंदी फिल्म लेकर आ रहे हैं अभिनेता राजन कुमार। फिल्म का नाम है नमस्ते-बिहार। फिल्म रिलीज की तैयारियां जोरो पर है। बताया जाता है कि फिल्म बिहार की अस्मिता से जुड़ी हुई है। फिल्म के पोस्टर रिलीज हो चुकी हैं।  फिल्म के बारे में टाइम्स खबर ने विस्तार से बातचीत की फिल्म के हीरो राजन कुमार से। 

प्रश्न 1. फिल्म नमस्ते-बिहार, यह नाम ही अपने आप में एक संदेश है। लेकिन फिल्म से पहले आप अपने बारे में उन पहुलुओं को बतायें जिनके बारे में आपके प्रशसंको को अधिक जानकारी नहीं है। 

उत्तर 1. मैं एक स्वतंत्रता सेनानी परिवार से हू्ं। मेरा दादाजी अयोध्या प्रसाद सिंह स्वतंत्रा सेनानी थे। अंग्रेजों के खिलाफ उन्होंने जबरदस्त संघंर्ष किया। इसलिये देशभक्ति की भावना शुरू से ही मेरे दिल में थी। मैं मूल रूप से बिहार के मुंगेर जिले का रहने वाला हूं और किसान परिवार से हूं। नाटक में मेरी रूची थी इसलिये बचपन से ही गांव में होने वाले नाटक में, मैं भाग लिया करता था। मन में इच्छा थी कि मुझे हर हाल में बॉलिवुड मे स्टार व हीरो बनना है। सो घर से भागकर मुंबई आ गया। यह बात साल 1999 की है। लेकिन यहां संघंर्ष देख लगा कि एक्टिंग की ट्रैनिंग जरूरी है इसके बिना आगे बढना बेहद कठिन होगा। ट्रैनिंग लेने के मकसद से मैं मुंबई से वापस चला गया और साल 2005 में मुंबई वापस आया। तब से मैं यहां लगातार रहा हूं। मेरी पढाई-लिखाई हजारीबाग जिले में हुई। यह जिला अब बिहार से अलग झारखंड राज्य में है। 

 

प्रश्न 2. बिहार के मुंगेर जिले से आकर मायानगरी मुंबई में संघंर्ष करना कोई आसान काम नहीं लेकिन आपने अपनी मेहनत से सफलता की एक रेखा खींची है। आपकी आने वाली फिल्म है बिहार-नमस्ते। बताया जाता है कि इसको लेकर आप काफी उत्साहित हैं। आखिर इस फिल्म में ऐसा क्या है?

उत्तर 2. एक कलाकार के लिये हर फिल्म मायने रखती है और कलाकार अपनी फिल्म के रिलीज होने का बेसब्री से इंतजार करता है। उन्हें अपने प्रशंसकों की प्रतिक्रिया जानने की इच्छा होती है। उसी प्रकार मेरी फिल्म नमस्ते-बिहार को लेकर मै काफी उत्साहित हूं। इस फिल्म में बिहार के एक युवक डबलू की कहानी है जो बेबाक और निडर है। वह प्रतिभाशाली लडका है लेकिन वहां के कुछ दबंग टाइप के लोग गुमराह के अपराध की दूनिया मे ले जाते हैं। वह लडका अपराध की दुनिया मे कदम तो रखता है एक आदर्श के साथ। बाकी आप फिल्म देखेंगे तो आपको मालूम चलेगा कि फिल्म की कहानी और स्क्रिप्ट कितनी शानादार है। इसके गाने भी शानदार हैं। मैं इतना दावे से कह सकता हूं कि फिल्म दर्शकों को बांधे रखेगा। और यह भूमिका एक हीरो के रूप में मैं ही निभा रहा हूं।

 

प्रश्न 3. सुनने में आ रहा है कि आपने अपनी फिल्म मे पत्रकारिता से जुडे़ तथ्य भी है। इसमें रोमांस भी है। कही फिल्म  भटक तो नहीं रही है।

उत्तर 3. नहीं नहीं फिल्म कहीं से भी नहीं भटकी है। दर्शक इसे बहुत पसंद करेंगे। यह सत्य है कि फिल्म में पत्रकारिता से जुड़े विषय और रोमांस दोनो है लेकिन फिल्म की स्टोरी पूरी तरह सधी हुई है इसलिये इसमें कहीं से भी बिखराव नहीं। दरअसल इस फिल्म में हीरो डबलू यानी मैं रेशमी सिन्हा नामक एक लड़की की बड़ी इज्जत करता है और उसे मानता है। यह रेशमी सिन्हा हमारी फिल्म की अभिनेत्री भूमिका कलिता हैं। वे सच्ची पत्रकार की भूमिका में है। वे दिल्ली से बिहार आती है पत्रकारिता करने। उन्होंने बिहार में नमस्ते-बिहार नामक अखबार में बतौर क्राइम रिपोर्टर काम करती है। उनकी लेखनी का मैं प्रशंसक हूं। और यहीं से बात आगे बढती है।   

प्रश्न 4. आपकी फिल्म पत्रकारिता के इर्द-गिर्द है या इसमें और भी तथ्य समाहित है जैसे कोई सामाजिक मुद्दा हो। 

उत्तर 4. फिल्म एक थीम पर आधारित है। इसके साथ कई विषय जुड़ जाते हैं। उन्हीं में से एक है मिड-डे-मिल। इसमें फिल्म के हीरो यानी मैं  बिहार की अस्मिता के लिये हर खतरे को मोल लेने के लिये तैयार रहता हूं। और ऐेसे में मिड-डे-मिल में भ्रष्टाचार की जानकारी मिलती है। और इस भ्रष्टाचार से बड़े बड़े ताकतवर लोग जुडे रहते हैं। लगातार ऐसी घटनाओं का चक्र चलता रहता है और आखिरकार बिहार के दुश्मनों के खिलाफ फिल्म हीरो (राजन कुमार) जंग का ऐलान कर देता है और लड़ाई लडता है। 

 

प्रश्न 5. आपकी आने वाली फिल्म का नाम है नमस्ते-बिहार। क्या आपकी इस फिल्म में बिहार को कलाकारो को जगह मिली है या बाहर के भी लोग हैं।

प्रश्न 5. जब आप कोई फिल्म बना रहे होते हैं तो आप उसे किसी सीमा रेखा में बांध नहीं सकते। फिल्म की अधिकांश शूटिंग बिहार में हुई है। इस लिये फिल्म में 80 प्रतिशत कलाकार बिहार के हैं। इस फिल्म को देखने के बाद आप अपने पर गर्व महसूस करेंगे। फिल्म बिहार की अस्मिता से जुड़ी हुई है। इस फिल्म में बाहर के राज्यों के कई दिग्गजों ने काम किया है। वे 30 दिनों तक बिहार में रहे शूटिंग के दौरान। इतने दिनों तक काम करने के बाद उनका नजरिया ही बदल गया है बिहार को लेकर। फिल्म की हीरोईन भूमिका कलिता असम से हैं। दूसरी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं शांति। वे लखनऊ से हैं। खलनायक मनोज सिन्हा झारखंड से हैं। फिल्म के एक्शन डायरेक्टर चेन्नई के हैं। डांस डायरेक्टर गौरव कौशिक मुंबई के हैं। इस फिल्म के सिनेमाटोग्राफर अनिल बघेला है। 

 

प्रश्न 6. फिल्म में कितने गाने हैं? 

उतितर 6. कल 6 गीत हैं। इनमें से एक गीत बिहार-एंथम है। दो रोमांटिक, एक सेड-सॉंग और एक आइटम सॉंग है। इन सभी गानों को संगीतब्द्ध किया है संगीतकार अमन श्लोक ने। 

 

प्रश्न 7. चलते-चलते आपकी आने वाली फिल्म नमस्ते-बिहार के लिये आपको शुभकामनाएं। लेकिन आपकी पहली फिल्म कौन सी थी? आप चार्ली चौपलिन के रूप में भी प्रसिद्ध रहे। आपको खिताब मिल चुका है। 

उत्तर 7. मेरी पहली हिंदी फिल्म थी शहर-मसीहा-नहीं। जहां तक चार्ली-चैपलिन के खिताब की बात है तो मुझे यह खिताब साल 2000 में ही मिलना शुरू हो गया था। इस वर्ष मैंने रंगमंच में डिप्लोमा करने के बाद दिल्ली में एक दोस्त के एक रोस्टोरेंट में चार्ली-चैपलिन बन कर लोगो का मनोरंजन किया। किरदार लोगो को बहुत अच्छा लगा। लोग मुझे चार्लीचैपलिन-2 कहने लगे। अबतक 4130 लाइव शो कर चुका हूं। चार्ली-चैपलिन-2 केलिये मेरा नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज हो चुका है साल 2004 में और साल 2005 में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्डस में। दिल्ली के नेशनल परेड में तीन बार आर्टिस्ट लीडर के रूप में दिल्ली व हरियाणा की झांकी पेश कर चुका हूं।