टाइम्स ख़बर। कर्नाटक की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। लेकिन इसकी गूंज पूरे देश में है। इस बीच बीजेपी विधायक दल के नेता बीएस येदियुरप्पा ने आज सुबह मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उन्हें राज्यपाल वजूभाई वाला ने राजभवन में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। वही बीजेपी को बहुमत नहीं होने के बावजूद सरकार बनाने के लिये आमंत्रण देने के खिलाफ कांग्रेस पार्टी ने विधान सभा के बाहर धरने पर है।
- बीजेपी विधायक दल के नेता येदियुरप्पा को पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी राज्यपाल वजूभाई वाला ने।
- आज सिर्फ येदियुरप्पा ने ही शपथ ली बतौर मुख्यमंत्री। वे 25 वें मुख्यमंत्री हैं।
- शपथ समारोह के साथ राजभवन के बाहर ढोल-नगाडे बजाकर जश्न मनाया गया।
- कांग्रेस पार्टी ने इसका विरोध किया। विधानसभा के बाहर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के पूतले के निकट धरना प्रदर्शन।
- कांग्रेस के धरना प्रदर्शन में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत व पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया समेत कई नेता मौजूद।
कांग्रेस नेता ने कहा कि वे इस मुद्दे को लेकर जनता के पास भी जायेंगे। और अपनी बात रखेंगे कि किसा प्रकार से बीजेपी संविधान के खिलाफ काम कर रही है।
- येदियुरप्पा तीसरी बार मुख्यमंत्री बने हैं। वे लिंगायत के सबसे बडे नेता माने जाते हैं।
- येदुरप्पा पहली बार साल 2007 में दूसरी बार साल 2008 में और तीसरी बार अब मुख्यमंत्री बने। लेकिन वे कभी भी पूरा कार्यकाल नहीं कर सके।
- येदियुरप्पा पहली बार मुख्यमंत्री बने साल 2007 में सिर्फ सात दिनों के लिये। 12 नवंबर से 19 नवंबर तक।
- दूसरी बार मुख्यमंत्री बने 30 मई 2008 को और 31 जुलाई 2011 तक मुख्यमंत्री रहे। भ्रष्टाचार के आरोप के बाद इस्तीफा देना पड़ा था।
- तीसरी बार आज यानी 17 मई को उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
बीजेपी के पास बहुमत नहीं है लेकिन बीजेपी को बहमत सिद्ध करना है। जेडीएस आरोप लगा चुकी है उनके विधायकों को खरीदने के लिये करोड़ो करोड़ के खेल किये जा रहे हैं।