झामुमो महाधिवेशन : साल 2019 में सरकार नहीं बनेगी बीजेपी की - झामुमो नेता हेमंत सोरेन।

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झामुमो महाधिवेशन : साल 2019 में सरकार नहीं बनेगी बीजेपी की - झामुमो नेता हेमंत सोरेन।

धनबाद(ग्लोबल ख़बर)। झारखंड मुक्ति मोर्चा के 11 वें महाधिवेशन के मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि साल 2019 के चुनाव में बीजेपी सत्ता में नहीं आ पायेगी। महागठबंधन की जरूरत पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि बीजेपी सांप्रदायिक तनाव फैला रही है। हर व्यक्ति परेशान है। 25 मई को प्रधानमंत्री मोदी जी धनबाद आ रहे हैं। उनका स्वागत है लेकिन उन्होंने राज्य को चारागाह बना दिया है। लगता है एक बार फिर झारखंड के लोगो को कोई लोभ देने आ रहे हैं। 

- बीजेपी का सफाया हो जायेगा साल 2019 के लोक सभा चुनाव में।

- बीजेपी सांप्रदायिक तनाव फैला रही है।

- विपक्षी एकता पर बल। महागठबंधन की तैयारी।

- बीजेपी सरकार में बेटियों के बलात्कार कर जलाया जा रहा है।

वर्तमान में राज्य में बीजेपी के बाद कोई मजबूत पार्टी है तो वह झारखंड मुक्ति मोर्चा ही है। पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बीजेपी को हराने के लिये अपनी कोशिशें तेज कर दी है। उन्होने कहा कि जिस प्रकार से लिट्टीपाड़ा विधान सभा उपचुनाव में बीजेपी को शिकस्त दिया गया उसी प्रकार गोमिया और सिल्ली विधान सभा उपचुनाव में भी हार का सामना करना पड़ेगा। बीजेपी के लोग दलित समुदाय के घर भोजन करने का नाटक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज हर तबका परेशान है। कानून व्यवस्था चौपट हो चुकी है। 

धनबाद जिले के मैथन में झामुमो का तीन दिवसीय महाधिवेशन बीते रविवार को शुरू हुआ। महाधिवेशन की शुरूआत झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन दीप प्रज्वलित कर किया गया। पार्टी ध्वजारोहण हुआ और साथ ही शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस मौके पर झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने कहा कि बीजेपी को हराने के लिये हमलोग प्रतिबद्ध है। मैंथन हमलग कोई पिकनिक मनाने नहीं आये बल्कि बीजेपी को शिकस्त देने के लिये रणनीति पर काम करने आये हैं। 

तीन दिवसीय 11 वें महाधिवेशन का आयोजन बिनोद बिहारी महतो ग्राउंड में किया किया गया है। उन्होंने कहा कि बिना संसाधन के झामुमो ने अपने आपको मजबूत बनाया है। कार्यकर्ताओं के दम पर झामुमो की ताकत लगातार बढ रही है। सभी दलों को यदि डर है तो झामुमो से। उन्होंने कहा कि गोमिया और सिल्ली विधानसभा का उपचुनाव एक तरह से लिटमस पेपर है आगामी लोकसभा चुनाव के लिये। दिवंगत बिनोद बिहरी महतो झारखंड मुक्ति मोर्चा के संस्थापक अध्यक्ष थे। इन्होंने पढो और लड़ो का नारा दिया था। 

महाधिवेशन में झारखंड-बिहार के अलावा पश्चिम बंगाल, ओडिशा, मध्य प्रदेश से भी पदाधिकारी शामिल हुए है।