विश्व

  • रूस-यूक्रेन युद्ध के एक साल : राष्ट्रपति बाइडन के यूक्रेन दौरे के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन की राजनीति, अर्थव्यवस्था और सेना पर कब्जा कर लिया है।

    टाइम्स खबर डेस्क timeskhabar.com 24 फरवरी को रूस-यूक्रेन युद्ध का एक साल हो जायेगा। बावजूद दोनो देशों के बीच युद्ध समाप्त होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे। इसके विपरीत लगता है कि युद्ध आगे भी जारी रहेगा। एक साल के मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडन का 20 फरवरी को अचानक यूक्रेन दौरा और एक दिन बाद 21 जनवरी को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी संसद को संबोधित किया और कहा कि पश्चिमी देशों ने यूक्रेन की राजनीति, अर्थव्यवस्था और सेना पर कब्जा कर लिया है। यूक्रेन की वर्तमान सरकार विदेशी ताकतों के लिये काम कर रही है। अमेरिका नाटो के विस्तार पर लगा हुआ है। मैं समान सुरक्षा के पक्ष में था लेकिन हमें भ्रामक जवाब दिये जा रहे थे। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश को मालूम है कि वे युद्ध में रूस को हरा नहीं सकते इसलिये आक्रमक तरीके से सूचनाओं का हमला कर रहे हैं। रूस के मूल्यों और युवाओं को निशाना बना रहे हैं।

    Read more ...
  • एससीओ शिखर सम्मेलन 2022 : भारत को एक manufacturing hub बनाने पर प्रगति कर रहे हैं - प्रधानमंत्री मोदी।

    टाइम्स खबर डेस्क timeskhabar.com इस वर्ष के चुनौतिपूर्ण ग्लोबल और क्षेत्रीय वातावरण में SCO के प्रभावी नेतृत्व के लिए मैं प्रेसिडेंट मिरज़ियोएव को ह्रदय से बधाई देता हूं। आज जब पूरा विश्व महामारी के बाद आर्थिक रिकवरी की चुनौतियों का सामना कर रहा है, SCO की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। SCO के सदस्य देश वैश्विक GDP में लगभग 30 प्रतिशत का योगदान देते हैं, और विश्व की 40 प्रतिशत जनसंख्या भी SCO देशों में निवास करती है। भारत SCO सदस्यों के बीच अधिक सहयोग और आपसी विश्वास का समर्थन करता है। महामारी और यूक्रेन के संकट से ग्लोबल सप्लाई चेन्स में कई बाधाएं उत्पन्न हुईं, जिसके कारण पूरा विश्व अभूतपूर्व ऊर्जा एवं खाद्य संकट का सामना कर रहा है। SCO को हमारे क्षेत्र में विश्वस्त, रेसिलिएंट और diversified सप्लाई चेन्स विकसित करने के लिए प्रयत्न करने चाहिए। इसके लिए बेहतर connectivity की आवश्यकता तो होगी ही, साथ ही यह भी महत्वपूर्ण होगा कि हम सभी एक दूसरे को transit का पूरा अधिकार दें।

    Read more ...
  • ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का निधन।

    ग्लोबल खबर डेस्क globalkhabar.com भाषा - ब्रिटेन में सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का बृहस्पतिवार को स्कॉटलैंड के बालमोरल कैसल में निधन हो गया। वह 96 वर्ष की थीं। महारानी ने 70 साल तक शासन किया। बृहस्पतिवार को सुबह उनके स्वास्थ्य के बारे में चिंताएं बढ़ने के बाद उनका परिवार एबरडीनशायर में उनके स्कॉटिश इस्टेट में इकट्ठा होने लगा। पूर्व राजकुमार चार्ल्स अब ब्रिटेन के नए सम्राट होंगे। बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा, ‘‘महारानी का आज दोपहर बाल्मोरल में निधन हो गया।’’ बयान में कहा गया, ‘‘द किंग एंड द क्वीन कंसोर्ट (चार्ल्स एंड कैमिला) आज शाम बाल्मोरल में रहेंगे और कल (शुक्रवार) लंदन लौटेंगे।’’महारानी 1952 में गद्दी पर बैठी थीं और वह अभूतपूर्व सामाजिक परिवर्तन की गवाह रहीं। उनके निधन के बाद उनके सबसे बड़े बेटे और उत्तराधिकारी चार्ल्स 14 राष्ट्रमंडल क्षेत्रों के प्रमुख के रूप में उनके अंतिम संस्कार और श्रद्धांजलि कार्यक्रम का नेतृत्व करेंगे। डॉक्टरों द्वारा महारानी को चिकित्सकीय देखरेख में रखने के बाद चार्ल्स और महारानी के करीबी परिवार के सदस्य एबरडीन के पास बालमोरल पहुंचे। उनके पोते प्रिंस विलियम, उनके भाई प्रिंस हैरी के साथ रास्ते में हैं। महारानी की बेटी राजकुमारी ऐनी पहले से ही स्कॉटिश महल में उनके साथ थीं और उनके अन्य बच्चे - प्रिंस एंड्रयू और प्रिंस एडवर्ड - बाद में उनके साथ शामिल हुए। एक परमार्थ कार्यक्रम के लिए लंदन में मौजूद प्रिंस हैरी और मेगन (ड्यूक एंड डचेस ऑफ ससेक्स) भी महारानी के ग्रीष्मकालीन निवास पर पहुंचे। विलियम की पत्नी केट (डचेस ऑफ कैम्ब्रिज) विंडसर में हैं क्योंकि उनके बच्चों - प्रिंस जॉर्ज, प्रिंसेस चार्लोट और प्रिंस लुइस का बृहस्पतिवार को वहां एक नए स्कूल में पहला दिन था। 96 वर्षीय सम्राट उम्र संबंधी समस्याओं से पीड़ित हैं और उन्होंने इस सप्ताह की शुरुआत में स्कॉटलैंड में नयी प्रधानमंत्री लिज ट्रस की नियुक्ति सहित अपनी यात्रा में कटौती की थी।

    Read more ...
  • रूस की विजय दिवस : नाटो से अपने देश को बचाने के लिये रूस की सेना देश की रक्षा में लगें हैं - राष्ट्रपति पुतिन।

    टाइम्स खबर डेस्क timeskhabar.comरूस में 9 मई को दूसरे विश्व युद्ध में नाजियों पर तत्कालीन सोवियत संघ की जीत की याद में विजय-दिवस मनाया गया। इस मौके पर रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने रेक-स्क्वायर पर आयोजित विजय समारोह में देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि रूस की रक्षा के लिये यह कदम उठाना जरूरी था। पश्चिमी देश लगातार रूस को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं, रूस की सीमाओं पर परमाणु बम और मिसाइलें तैनात की जा रही है। एक भव्य सैन्य पैरेड में महिला सैनिक समेत हजारों सैनिकों के साथ आधुनिक मिसाइलें और एस 400 का प्रदर्शन किया गया। एक तरह से रूस ने विश्व के सामने अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देश रूस पर हमले की साजिश रच रहे थे। हमारी सेना ने सही समय पर उचित कार्रवाई की। देश की रक्षा कर रहे हैं रूसी सैनिक। राष्ट्रपति पुतिन के भाषण से पहले रूसी अधिकारियों की ओर से बयान आया कि यदि नाटो ने रूस के लिये खतरा पैदा किया तो आधे घंटे में नाटो देशों को खत्म कर दिया जायेगा। रूसी नागरिकों ने पुतिन के फैसले का स्वागत करते हुआ कहा कि रूस ने यूक्रेन पर हमला नहीं किया है, ये सब कुछ अपने देश को बचाने के लिये मिलीट्री ऑपरेशन है.

    Read more ...
  • पाकिस्तान : अविश्वास प्रस्ताव रद्द, असेंबली भंग। तीन महीने में चुनाव संभव। सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर।

    टाइम्स खबर timeskhabar.com 3 अप्रैल को पाकिस्तान में जबरदस्त राजनीतिक ड्रामा हुआ। प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ पूरा विपक्ष एकजुट था। सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया हुआ था। इस पर वोटिंग होनी थी लेकिन इमरान खान के एक बाउंसर ने विपक्ष को पीछे धकेल दिया। दरअसल डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने वोटिंग कराने की वजाय प्रस्ताव को हीं असंवैधानिक करार देते हुए रद्द कर दिया और कहा कि यह प्रस्ताव विदेशी साजिश के तहत लाया गया है। जैसे हीं नेशनल असेंबली शुरू हुआ वैसे हीं केंद्रीय क़ानून मंत्री फ़वाद चौधरी ने इस मामले को उठाते हुए डिप्टी स्पीकर से अपील की कि वो इस अविश्वास प्रस्ताव को खारिज कर दें क्योंकि इसे विदेशी ताक़तों के कहने पर लाया गया है। प्रस्ताव खारिज होने के तुरंत बाद पीएम खान ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति से संसद भंग करने की सिफारिश कर दी, जिसे राष्ट्रपति ने मंजूरी दे दी ।

    Read more ...
  • चीनी कर्जजाल में फंसे श्रीलंका में ऐतिहासिक आर्थिक संकट। भारत की ओर से हर संभव मदद।

    टाइम्स खबर timeskhabar.com भारत का पड़ोसी देश श्रीलंका बेहद हीं कठिन दौर से गुजर रहा है। चीनी कर्ज जाल में फंसे श्रीलंका में मंहगाई ऐहतिहासिक स्तर पर पहुंच गया है। पेट्रोल-डीजल की काफी किल्लत है। राजघानी कोलंबों में 12-13 घंटों की बिजली कटौती की जा रही है। एक कप चाय की कीमत एक सौ रूपये . ब्रेड की कीमत एक हजार रूपये तक पहुंच चुकी है। खाने-पीने का सामाना, गैस, पेट्रोल-डीजल सभी चीजों की भारी किल्लत को देखते हुए वहां के लोग सड़को पर उतर आये हैं। जगह जगह हिंसा और आगजनी की घटनाएं घटित हो रही हैं। इस बीच श्रीलंका की सरकार ने देश में आपातकाल घोषित कर दिया है।

    Read more ...
  • यूक्रेन प्रकरण : यूक्रेन पर रूस का हमला। यदि रूस के राह में अमेरिका आया तो तीसरे विश्व युद्ध का आगाज संभव।

    टाइम्स खबर डेस्क timeskhabar.com द्धितीय विश्व युद्द के बाद का सबसे घमासान युद्ध शुरू हो गया है। रूस ने यूक्रेन पर जबरदस्त हमला किया। इस युद्ध में पारंपरिक हथियार आधुनिक टैंक, हेलिकॉप्टर, फाइटर प्लेन के इस्तेमाल किये जा रहे हैं। यहां तक कि लंबी दूरी के घातक मिसाइलें और परमाणु बम तक तैनात हैं। दरअसल यूक्रेन पर हमले को लेकर अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने रूस के इस कदम की निंदा की। लेकिन रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने उनकी धमकियों को दरकिनार कर साफ कर दिया है कि वे अपने देश की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं कर सकते। यदि किसी देश ने हस्तक्षेप किया तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। ऐसे परिणाम जो पहले कभी नहीं देखे गये।

    Read more ...
  • यूक्रेन पर हमले की आशंका। रूस के युद्धाभ्यास से युद्ध की संभावनाएं बढी। एस-400 और परमाणु बम से सुसज्जीत रूसी सेना।

    टाइम्स खबर timeskhabar.com रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध कभी भी छिड़ सकता है। रूस ने यूक्रेन पर हमला करने को लेकर पूरी तैयारियां कर ली है। बेलारूस सीमावर्ती इलाके में युद्धाभ्यास भी जारी है सभी प्रकार के आधुनिक हथियारों के साथ। इसमें आकाश, समुद्र और जमीन से एक साथ हमला किये जा सकते हैं। सीमाओं पर जहां घातक टैंक और एस-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम को तैनात किया गया है वहीं सभी प्रकार के मिसाइलें वॉर-मोड पर एक्टिव हैं। समुद्र में युद्ध पोतो ने अपनी पोजिशन ले ली है। वहीं वायु हमले कि लिये घातक मिसाइलों के साथ सभी आधुनिक फाइटर प्लैन भी तैनात कर दिये गये हैं। इतना हीं नहीं युद्ध के गंभीर स्थिति पर पहुंचने परमाणु बम के इस्तेमाल को लेकर भी रूस ने पूरी तैयारी कर ली है। वहीं दूसरी ओर अमेरिका और ब्रिटेन समेत नाटों देश यूक्रेन के समर्थन में है। बड़े पैमाने पर अमेरिका से हथियार यूक्रेन पहुंच चुका है। दोनों ही देश ने रूस को चेतावनी दी है लेकिन रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन पर इसका कोई असर होता दिख नहीं रहा है। वे अमेरिकी राष्ट्रपति जो. बाइडन की धमकी को गंभीरता से नहीं ले रहे। और साफ कर दिया है कि यदि अमेरिका यूक्रेन को नाटो (NATO)में शामिल करने की कोशिश को छोड़ दे।

    Read more ...
  • कोरोना का कहर जारी। पूरे विश्व में अबतक 2 लाख 33 हजार से अधिक लोगों की मौत।

    टाइम्स खबर timeskhabar.com कोरोना महामारी का कहर जारी है पूरे विश्व में। इसकी वजह से अबतक लगभग 2 लाख 33 हजार लोगो की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा लोगों की मौत अमेरिका में हुई। यहां मरने वालों की संख्या 63 हजार 700 से अधिक है। वहीं भारत में मृतकों की संख्या 1154 है। ये आंकड़े 30 अप्रैल तक के हैं। पूरी दुनिया में हा-हा कार मचाने वाले इस वायरस की दवा अभी तक सामने नहीं आई है। अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, चीन व भारत समेत अनेक देशों में वैक्सीन बनाने की कोशिश की जा रही है लेकिन कोई खास सफलता अभी तक नहीं मिली है। कुछ वैज्ञानिकों का यह भी मानना है कि यह मान लिया जाना चाहिये कि इस तरह के वायरस का सामना सदैव करते रहना पड़ेगा। इसको लेकर चीन दुनिया भर के निशाने पर है। इस महामारी की शुरूआत चीन के वुहान शहर से शुरू हुई। चीन समेत पूरी दुनिया को अपने चपेट मे ले लिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा कि इस वायरस को चीन में वुहान शहर स्थित एक लैब में पैदा किया गया है। हालांकि अमेरिका के ही खुफिया ऐजेंसी का कहना है कि इस वायरस को जानबूझ कर पैदा नहीं किया गया है। एक नजर किस देश में कोरोना से कितनी मौते हुई हैं अबतक - भारत - 1154 मृत्यु, अमेरिका - 63871 , फ्रांस - 24376, स्पेन - 24543, जर्मनी - 6623, चीन - 4633, इटली - 27945, ब्रिटेन - 26771 और रूस में 1073 लोगों की मृत्यु हुई।

    Read more ...
  • कोरोना प्रकरण : विश्व में मृतकों की संख्या 1 लाख 18 हजार से अधिक। अमेरिका में 22 हजार और भारत में 335 से अधिक मौते।

    टाइम्स खबर timeskhabar कोरोना वायरस के साइलेंट हमले ने कोहराम मचा दिया है भारत-अमेरिका समेत पूरे विश्व में। विश्व में अब तक 1 लाख 18 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। 19 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। चीन के वुहान से निकले यह वायरस अभी कितनी जिंदगियों को निगलेगा पता। अभी तक इस इलाज को कोई दवा नहीं निकला है। प्रयोगशालाओं में कोशिशें जारी है। अमेरिका जैसे शक्तिशाली देश में कोरोना की वजह से 22 हजार से अधिक लोगो की मौत हो चुकी है। इसमें भी न्यूयॉर्क जैसे शहर में 10 हजार से अधिक जानें चली गई है। भारत में भी कोरोना ने धीरे धीरे प्रभाव बढना शुरू कर दिया है। यहां 10350 से अधिक लोग संक्रमित हैं। और 339 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी सबसे अधिक प्रभावित राज्य हैं महाराष्ट्र। यहां अब तक 160 लोगों की मौत हो चुकी है। 2334 लोगो संक्रमित हैं। और 227 रिकवर। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन को 3 मई तक के लिये बढा दिया है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने राज्य के मुख्यमंत्रियों से बातचीत किये थे स्थिति पर सभी ने लॉकडाउन बढान के समर्थन किया।

    Read more ...
  •     
City4Net
Political