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मुंबई में आयोजित में एबीपी न्यूज के कार्यक्रम इंडियाज-ऑफ-आइडिया में केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) ने रेलवे विकास को लेकर जो ढांचा दिया है, इसे तैयार होते हीं आप कह सकते हैं कि भारतीय रेलवे ने एक आधुनिक और एक नये अध्याय की शुरूआत कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आधुनिक रेलवे के लिये लगातार लगे हुए हैं। वे 50 साल आगे की डिजाइन चाहते हैं। इसे समझने के लिये उन्होंने रेलवे को चार चरणों में बांट कर विकास की प्रक्रिया को समझाया - भव्य कंस्ट्रक्शन के साथ स्टेशनों का आधुनिकीकरण , आधुनिक ट्रेन, कवच यानी सुरक्षा और बुलेट ट्रेन। रेलमंत्री वैष्णव ने कहा कि पिछले 8 सालों से रेलवे को आधुनिक बनाने के लिये अथक प्रयास किये जा रहे हैं।
- देश में हर साल 800 करोड़ लोग रेलवे में सफर करते हैं।
- रोजाना 22 हजार से ज्यादा ट्रेने चलती हैं।
- देश में 7,300 रेलवे स्टेशन और 12 लाख से अधिक कर्मचारी हैं।
- नए सिरे से बनाये जा रहे हैं 50 रेलवे स्टेशन। यह काम आसान नहीं है।
- डिजाइन बनाने में टाउन प्लानर्स की ज्यादा मदद ली गई। इसमें बस, मेट्रो, ऑटो-कार सबको जोड़ा गया। मल्टीमोडल कार पार्क है। सूरत का रेलवे स्टेशन इसका सबसे अच्छा उदाहरण है।
- भारत तीन साल में रेलवे प्रौद्योगिकी का निर्यात करने लगेगा, जो लंबे समय तक आयातक रहने के बाद एक बड़ी उपलब्धि होगी।
भव्य कंस्ट्रक्शन के साथ स्टेशनों का आधुनिकीकरण :
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे स्टेशनों को नये और आधुनिक डिजाइन के साथ बनाया जा रहा है। प्रकिया जारी है। हैरिटेज स्टेशनों के मूल को बचाते हुए विकास किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का डिजाइन कंप्लीट हो गया है। टेंडर डॉक्यूमेंट तैयार है। मार्च के सेकेंड वीक में टेंडर अवार्ड होने वाला है।
- दिल्ली में दो डोम ट्रैक के ऊपर बनेंगे।
- इसके अंदर व्यापक रूफ व चार मंजिला प्लाजा होगा।
- 50 एकड़ में नया स्पेस बन रहा है। बहुत बड़ा बदलाव आने वाला है।
- पूरा ट्रैफिक एलिवेटेड रोड़ पर होगा। इससे पूरी दिल्ली की तस्वीर बदल जाएगी।
रेलमंत्री वैष्णव ने कहा कि गांधीनगर (गुजरात की राजधानी) रेलवे स्टेशन पर ट्रैक के ऊपर एक बड़ी बिल्डिंग बनाई गई है।
- एक इंच भी नई जमीन नहीं ली गई है।
- पूरी तरह मॉड्यूलर कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा।
- प्लेटफॉर्म के ऊपर पिलर होगा। पिलर के ऊपर एक फ्लोर होगा।
- इस पर एलिवेटेड होगा। इसके ऊपर एक और फ्लोर होगा। इसमें मोडेरा सन टेंपल की विरासत को दिखाया जाएगा। इसमें भी काफी बड़ा रूफ प्लाजा होगा।
छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT)-
सीएसएमटी को लेकर रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि हम ऐसा स्टेशन बनाना चाहते हैं कि लोग लंदन से यहां आकर लोग इसे देखें। बहुत शानदार बनेगा। 18,000 करोड़ की सीएसएमटी पुनर्विकास परियोजना का ठेका मार्च के मध्य तक दिया जाएगा। रेलमंत्री ने उद्धव सरकार की निंदा करते हुए कहा कि वे काम हीं नहीं करना चाहते थे। वहीं उन्होंने शिंदे सरकार की जमकर तारीफ की। इनके कार्यकाल में प्रगति तेजी से हुई है। अहमदाबाद-मुंबई के बीच हाईस्पीड रेल जैसी परियोजनाओं में तेजी आई है।
- मुंबई की छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) लंदन के किंग्स क्रॉस रेलवे स्टेशन से बेहतर होगा।
- ये दोनों समकालीन रेलवे स्टेशन हैं।
- इसके डिजाइन के लिए सबसे बेहतर आर्किटेक्ट और स्ट्रक्चर इंजीनियर्स को लगाया।
- मुंबई में इसके लिए हर जरूरी परमिशन मिल चुके हैं। बड़ी जगह होगी।
- यहां के लिये डिजाइन करना बेहद कठिन था। मार्च के मध्य तक टेंडर आयेगा।
इसी प्रकार रेलमंत्री ने कई स्टेशनों के आधुनिकीकरण का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रयागराज स्टेशन को लेकर एक बड़ी चुनौती थी। कुंभ के दौरान यहां यात्रियों की संख्या करोड़ों में पहुंच जाती है। लेकिन स्टेशन की शानदार प्लानिंग की गई है। उन्हें में सैल्यूट करता हूं। इसपर हावर्ड में रिसर्च हो सकता है।
बहरहाल, रेल मंत्री वैष्णव ने कहा कि ट्रेन की रफ्तार पर भी तेजी से कार्य हो रहा है। बुलेट ट्रेन के लिए 152 किलोमीटर तक खंभे तैयार हो चुके हैं। वंदे भारत ट्रेन का अनुभव यहां मौजूद आप लोगों में से कई लोगों ने किया होगा। इंजीनियर वंदे भारत की 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ते हुए 220 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाली रेलगाड़ी को अपने ही देश में विकसित करना चाहते हैं।