राजेश चंद्रवंशी, टाइम्स खबर timeskhabar.com
आज 2 अक्टूबर है। आज के दिन को गांधी जयंती राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस मौके पर कई कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं जिसमें आपसी भाईचारा, स्वच्छता अभियान और राष्ट्रीय एकता जैसे अनके कार्यक्रम शामिल हैं। लेकिन 2 अक्टूबर 2022 की चर्चा विशेष है। दरअसल इसी साल मई के महीने में बिहार के उपमुख्यमंत्री व आरजेडी लीडर तेजस्वी यादव लंदन की यात्रा पर गये थे। वहां उन्होंने ब्रिटिश पार्लियामेंट में संवाद और संबोधन के बाद जब ब्रिटिश संसद के सामने पार्लियामेंट स्क्वायर में लगी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ऐतिहासिक कांस्य प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करने गए तो उन्होंने मूर्ति को गंदा पाया। ऐसा देख उनसे रहा नहीं गया और वो स्वयं अपने रुमाल से साफ करने लग गए । तेजस्वी यादव का यह वीडियो उनकी पार्टी के विधायक ऋषि कुमार ने ट्विटर पर साझा किया है। विधायक ऋषि कुमार ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा कि उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव जी की यह सोच राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और गांधीवादी नीतियों में उनकी आस्था और श्रद्धा को दर्शाता है।
तेजस्वी यादव के इस कदम को काफी सराहा जा रहा है। समर्थक तारीफ करेंगे तो विरोधी विरोध करेंगे और अलग-अलग तर्कों के साथ बात सामने रखेंगे। लेकिन लंदन में गांधी जी के प्रति तेजस्वी यादव का यह सम्मान सभी लोगों को आकर्षित कर रहा है। उनका यह एक कदम उन्हें आगे चल कर विचारक के रूप में भी स्थापित करेगा। इस तरह के कदम बिकोना पवित्र भावनाओं के मन में नहीं जन्म नहीं लेता, वो भी लंदन में। लंदन वह स्थान है जहां से अंग्रेजों ने भारत पर वर्षों तक शासन किया। गांधी जी के संघंर्ष व त्याग के सामने अंग्रेजों ने न सिर्फ हार मानी बल्कि उनके सम्मान में ब्रिटिश संसद के बाहर उनकी प्रतिमा स्थापित की। वहीं तेजस्वी यादव नमन करने गये हुए थे। और प्रतिमा पर पड़े धूल की सफाई की। यह एक प्रकार से लंदन की धरती पर गांधी जी के प्रति आस्था और श्रद्धांजलि थी।
तेजस्वी यादव सितंबर महीने में भी सुर्खियों में आये थे बतौर स्वास्थ्य मंत्री। बताया जाता है कि पूरे बिहार में आम लोगों को अच्छे से अच्छा स्वास्थ्य कैसे मिले इस पर स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के नेतृ्त्व में योजना बनायी जा रही है। इसी बीच उन्हें लगातार यह रिपोर्ट मिलने लगी कि रात के समय अस्पतालों की स्थिति अच्छी नहीं रहती। कोई ध्यान नहीं देता। फिर क्या था स्वास्थ्य मंत्री बिना किसी सूचना के 6 सितंबर की देर रात पटना के कई अस्पतालों का औचक निरीक्षण कर बैठे। जिसमें कुछ की स्थिति ठीक मिली, लेकिन पटना के सबसे बड़े अस्पताल पीएमसीएच की हालत देख वो बिफर पड़े। वे मौके पर ही हॉस्पिटल के अधिकारियों से पूछताछ की। उचित कदम उठाये और साथ लोगों की शिकायतें भी सुनी।
बहरहाल, तेजस्वी यादव का जन्म 10 नवंबर 1989 को हुआ था। वे गरीबों के मसीहा व आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के पुत्र हैं। वे पहली बार 26 साल के उम्र में विधायक चुने गये और बिहार के उपमुख्यमंत्री बने, साल 2015 में। फिर 10 अगस्त 2022 को पुन: उपमुख्यमंत्री बने। साल 2020 के विधान सभा चुनाव में उन्होंने यह साबित कर दिया कि वे जनता के बीच के लीडर हैं। उनकी सभाओं में जबरदस्त भीड़ उमड़ पड़ती थी। जनता का समर्थन और सभाओं में उमड़ती भीड़ यह दर्शाता है कि वे मास-लीडर हैं। लंदन में गांधी जी प्रतिमा की सफाई करना यह दर्शाता है कि उनके विचार व भावनाएं सकारात्मक है। साथ हीं देर रात हॉस्पिटल का अचानक निरीक्षण करना, उनके लगन और सकारात्मक कार्यशैली को दर्शाता है। इतना हीं नहीं जिस प्रकार से युवाओं को नौकरी देने के लिये प्रयासरत हैं यह ये दर्शाता है कि वे चुनावी सभाओं में जो वादा करते हैं उन्हें निभाने की भी पूरी कोशिश करते हैं। दरअसल, ये सब कदम आरजेडी लीडर तेजस्वी यादव के सकारात्मक सोच को दर्शाता है। उनके व्यक्तित्व को विराट बनाता है।