प्रधानमंत्री किसान के साथ हैं। किसान दुखी रहेगा तो कोई भी सुखी नहीं रह सकता है - नीरज शेखर

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प्रधानमंत्री किसान के साथ हैं। किसान दुखी रहेगा तो कोई भी सुखी नहीं रह सकता है - नीरज शेखर

बीजेपी सांसद नीरज शेखर ने कहा कि हमलोग किसान के साथ हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी हमेशा से कहते आये हैं कि वे किसानों के साथ हैं । उनके हित के लिये हर संभव कोशिश हो रही है। नीरज शेखर पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के पुत्र हैं। उनके निधन के बाद हीं वे राजनीति में सक्रिय हुए। पहले बलिया से सांसद चुने गये। समाजवादी पार्टी में शामिल हुए और राज्य सभा सांसद भी चुने गये। बाद में वे समाजवादी पार्टी को छोड़ बीजेपी में शामिल हुए। बीजेपी ने भी उन्हें राज्य सभा सांसद बनाया।  किसानों के बारे में उनका क्या कहना है? समाजवादी पार्टी छोड बीजेपी में क्यों शामिल हुए? उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था कैसी है। आदि विषयों के बारे में सांसद नीरज शेखर से बातचीत की वरिष्ठ पत्रकार बृजनंदन यादव ने। बृजनंदन यादव यू ट्यूब चैनल एशियन इवेंट न्यूज के संपादक हैं। 

प्रश्न - वर्तमान राजनीति हालात को कैसे देखते हैं किसान व अन्य मुद्दे पर। 

उत्तर - किसानों के जो आंदोलन चल रहे हैं इसके समाधान के लिये सरकार तत्पर  है। माननीय प्रधानमंत्री जी ने सदैव कहा है  कि हमलोग किसानों के साथ है। प्रधानमंत्री व पार्टी इसके समाधान के लिये कोशिश में है। कई दौर की वार्ता हो चुकी है। किसान हमारे अन्नदाता है। किसान दुखी रहेगा तो कोई भी सुखी नहीं रह सकता है। अब मामला सुप्रीम कोर्ट में है। सु्प्रीम कोर्ट ने एक समिति बनाई है। देखे अब क्या होता है। हमलोग चाहते हैं कि इसका जल्द से जल्द समाधान  हो।

 प्रश्न  - सुप्रीम कोर्ट ने जो समिति बनाई है। इस बारे में किसानों का कहना है कि समिति के जो सदस्य हैं वे कानून के समर्थक है। उनपर कैसे विश्वास करें?

उत्तर - ये समिति सु्प्रीम कोर्ट ने बनाई  है। यह सवाल उधर से हो तो ज्यादा अच्छा रहेगा। हमलोग सिर्फ यही चाहते हैं कि समाधान हो। जो भी समिति बने, जो लोग आगे आयें। बस हमलोग यही चाहते हैं कि  इसका समाधान जल्द से जल्द  हो। किसानों की समस्याएँ दूर हो यही चाहते हैं।

 प्रश्न - साल 2022 में उत्तर  प्रदेश में विधान सभा चुनाव होने हैं। आपकी पार्टी की स्थिति कैसी रहेगी, क्या समझते हैं?

उत्तर  - हमारी पार्टी ने चुनाव का कार्य शुरू कर दिया है। अभी से नहीं बल्कि पांच छह महीने पहले से हीं। बीते विधान सभा चुनाव में 82 ऐसी सीटें हैं जहां बीजेपी की हार हुई। 82 सीटों पर हमलोग लगातार काम कर रहे हैं। प्रतिनिधि भेजे गये हैं। इस पर काम हो रहा है कि आखिर उन सीटों पर क्यों हार हुई। मैं एक विधान सभा का प्रतिनिधित्व कर रहा हूं । वहां देखा कि अगर हमलोग थोड़ी और मेहनत करेंगे तो भारतीय जनता पार्टी उन सीटों पर भी जीत हासिल कर सकती है। अच्छा प्रयास हो रहा है। लोगों से मिलना व संगठन को मजबूत करना, बूथ लेबल पर कार्य हो रहा है। मुझे पूरा विश्वास है कि साल 2022 के विधान सभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 300 से ज्यादा सीटें आयेंगी।

 प्रश्न - आप दो बार राज्य सभा से सांसद बने। आप अपने क्षेत्र में किस प्रकार के कार्य किये? 

उत्तर - राज्य सभा सांसद किसी क्षेत्र का नहीं बल्कि प्रदेश का होता है। पहले भी और अब भी जो विकास के बहुत सारे कार्य हमने किये हैं। मैं अपने क्षेत्र बलिया और मेरे लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा गाजीपुर में जाकर पता करें तो आपको मालूम चलेगा। चाहे सड़कों का काम हो या यूनिवर्सिट का काम हो या स्पोर्टस कॉलेज का काम या चाहे ब्रीज बनाने का काम हो, बहुत सारे कार्य किये हैं।  400 केवी का सब स्टेशन बन रहा है। हमने विकास करने की पूरी कोशिश की है।  हम सभी की प्राथमिकता रही है सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा व स्वास्थ्य। मेरा और मेरी पार्टी की यहीं कोशिश रही है कि बलिया में भी एक मेडिकल कॉलेज हो। कोशिश है कि सिर्फ बलिया हीं नहीं बल्कि पूर्वांचल में किसी प्रकार उद्योग लगाये जायें। इसलिये सड़को का निर्माण हो रहा है। पूर्वाचंल एक्सप्रेस-वे बन रहा है इससे क्षेत्र में और विकास होगा।

 प्रश्न - कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिल्कुल खराब है। इस बारे में क्या कहना है?

उत्तर - यह विपक्ष का कहना है। आप क्राइम ब्यूरो की रिपोर्ट पढ ले तो मालूम चल जायेगा कि उत्तर प्रदेश का कौन सा स्थान, कितना क्राइम है। महिलाओं के खिलाफ कितना क्राइम है। माननीय मुख्यमंत्री जी ने बहुत कड़े कदम उठाये हैं। कठोर कदम उठाये हैं। जो जुर्म करता है उसके खिलाफ कार्रवाई हुई है। पुलिस ने कई मामले सुलझाये भी हैं। यह विपक्ष की कहने की आदत है कि क्राइम बढ रहा है। केंद्रीय क्राइम रिपोर्ट देख लें आपको हर प्रकार के अपराध में कमी दिखेगी चाहे लूट का मामला हो या मर्डर का या अन्य मामले हों। जो लोग अपराध करते थे उनके खिलाफ इतने कठोर कदम उठाये गये हैं कि वे लोग अब अपराध से परहेज करेंगे।

 प्रश्न   - पहले आप समाजवादी पार्टी में लोकसभा सदस्य रहे फिर राज्य सभा सदस्य रहे। आपका राजनीतिक आधार समाजवादी रहा है। अब आप बीजेपी में हैं। ऐसे में आप कैसे तालमेल बिठा पाते हैं?

उत्तर - मैंने राजनीतिक परिवेश की वजह से पार्टी नहीं बदली बल्कि एक व्यक्ति की वजह से पार्टी बदली। अगर मेरे साथ कोई धोखा होगा तो मुझे कोई कदम उठना था। कोई भी व्यक्ति अपने सम्मान से समझौता नहीं कर सकता है। अगर किसी व्यक्ति ने हमारे साथ धोखा किया तो हम चले गये। दूसरी बात यह है कि मेरी माननीय प्रधानमंत्री (नरेंद्र मोदी) जी में आस्था है। पहले मैं भी प्रधानमंत्री जी के विरोध में बोलता था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में पूरा देश ने कहा कि प्रधानमंत्री जी अच्छा काम कर रहे हैं तो हमें मानना पड़ेगा। विपक्ष कह रहा था कि बीजेपी को 200 सीटें नहीं मिलेगी। लेकिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में साल 2014 से भी अधिक सीटें मिलीं। क्योंकि लोगों की आस्था है प्रधानमंत्री जी के प्रति। प्रधानमंत्री जी ने पूरे विश्व में भारत का मान्य बढाया है। देश में काम करके दिखाया है। विपक्ष कह रहा है कि क्या काम करके दिखाये है? आप गांवों में जाकर में देखिये, वहां पूछिये तो मालूम चलेगा। उज्जवला योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, शहरी आवास आदि योजनाओं के तहत काम हुए हैं। पहले सिर्फ नाम होता था अब धरातल पर काम हो रहे हैं। आयुष्मान भारत इतनी बड़ी योजना है। इसलिये लोगों ने समर्थन दिया है। इसलिये भी मेरी आस्था बढी प्रधानमंत्री जी में। मुझे लगा कि प्रधानमंत्री जी के साथ काम करने में अच्छा है। जहां तक कार्यकर्ताओं की बात है। तो वे सदैव मेरे साथ रहे हैं। मेरे साथ मेरे कार्यकर्ता भी इस पार्टी (बीजेपी) में आये हैं । जहां तक बीजेपी कार्यकर्ता का सवाल है तो वे भी मुझे मानते हैं व सम्मान देते हैं। मैं आजमगढ का प्रभारी हूं। वहां के बीजेपी कार्यकर्ताओं ने मुझे स्नेह दिया है। मुझे अपना भाई मानते हैं। इसलिये मुझे लगता है कि मेरा सामंजस्य बिल्कुल ठीक है। पार्टी के लिये काम कर रहा हूं। मेरी यही लक्ष्य है कि साल 2022 में बीजेपी भारी बहुमत से सत्ता में आये।