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- राजेश कुमार

25 मई को पुलिस के हाथों अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की मौत ने अमेरिका को हिलाकर रख दिया है।  विरोध इतना जबरदस्त है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को बंकर में जाकर छिपना पड़ा। हो रहे हिंसक प्रदर्शन में कई लोगों की मौत हो चुकी है। बीते एक सप्ताह से अधिक हो गये लेकिन विरोध प्रदर्शन और आगजनी की घटनाएं जारी है। इसके लिये राष्ट्रपति ट्रंप के बयान को भी जिम्मेदार माना जा रहा है। हत्या के विरोध में हो रहे प्रदर्शन को शांतिपूर्वक भी हैंडल किया जा सकता था लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप के बयान ने विरोध प्रदर्शन को और हवा दे दी। स्थिति ऐसी है कि रिजर्व सेना बुलाये जाने की बात कही जा रही है। अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड अब अमेरिका में बराबरी मांग के प्रतीक बन चुके हैं। 

जॉर्ज फ्लॉयड की मौत कैसे और कब हुई :

जॉर्ज फ्लॉयड की गिरफ्तारी को लेकर कहा जा रहा है कि वे फर्जी नोट के जरिये खरीदारी कर रहे थे। आरोप लगाया गया कि 20 डॉलर फर्जी नोट जरिये खरीदारी की कोशिश कर रहे थे। पुलिस ने उन्हें गिरफ्त में लिया। गिरफ्त के दौरान गोरे पुलिस अश्वेत जॉर्ज के गले को दबाता रहा। जॉर्ज कहता रहा कि मुझे दिक्कत हो रही हैं। सांस नहीं ले सकता। कुछ समय बाद उसने दम तोड़ दिया।  पुलिस अपने बचाव में कह ही है कि वह विरोध किया था इसके बाद बल प्रयोग किया गया। जॉर्ज फ्लॉयड की मौत की खबर अमेरिका में जंगल की आग की तरह फैल गई। विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये। इस प्रदर्शन की सबसे बड़ी खासियत यह है कि काले अमेरिकी के समर्थन में बड़ी संख्या में गोरे अमेरिकी भी आंदोलन में कूद पड़े।

- हालात पर काबू पाने के लिये अमेरिका के 23 राज्यों में 17 हजार नेशनल गार्डस तैनात किये गये हैं।

मिनियापोलिस शहर से शुरूआत हुई आंदोलन की :

जॉर्ज फ्लॉयड प्रकरण का मामला है अमेरिका के मिनियापोलिस शहर का । पुलिस द्धारा की गई हत्या के विरोध में धीरे धीरे वॉशिंगटन डीसी व न्यूयॉर्क समेत पूरे अमेरिका में होने लगा। पुलिस वालों की गिरफ्तारी की मांग होने लगी। और आखिरकार आरोपी गोरे पुलिस अधिकारी डेरेक चाउविन को गिरफ्तार कर लिया गया। उसपर हत्या और थर्ड डिग्री हत्या का आरोप लगाया गया है। घटना स्थल पर मौजूद अन्य तीन पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया। 

कौन थे जॉर्ज फ्लॉयड :

- मृतक अश्वेत जॉर्ज फ्लॉयड की उम्र 46 साल थी। वे अफ्रीकी अमेरिकी समुदाय के थे। 

- जन्म नॉर्थ कैरोलिना में हुआ था और वे रहते थे ह्यूस्टन(टेक्सास) में। 

- काम की तलाश में मिनियापोलिस आये जॉर्ज एक होटल में सिक्युरिटी गार्ड का काम करने लगे। और ट्रक भी चलाते थे। 

- इनकी पत्नी रॉक्सी अपनी 6 साल की  बेटी के साथ वॉशिंगटन में रहती हैं। 

- जॉर्ज एक एथलीट थे। फूटबॉल और बास्केट बॉल अच्छा खेलते थे। 

प्रतिक्रियाएं - 

- राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप : मैं कानून व्यवस्था वाला राष्ट्रपति हूं। हिंसा, लूटपाट, बर्बरता, हमले और अपमान को रोकने के लिए हजारों सशस्त्र सैनिकों को भेज रहा हूं। सैन्य कर्मी उन लोगों पर कार्रवाई करेंगे, जो संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। 

- पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा : साल 2020 के अमेरिका में ऐसा घटना सामान्य नहीं होनी चाहिये। 

- मिनियापोलिस के मेयर जैकब फ्रे : अगर जॉर्ज श्वेत होते तो आज जिंदा होते।

 बहरहाल, राष्ट्रपति ट्रंप से वहां के कई पुलिस अधिकारी खुश नहीं हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार ह्यूस्टन के पुलिस प्रमुख ने राष्ट्रपति ट्रंप से अपना मुंह बंद रखने के लिए कहा है। ट्रंप ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सेना की तैनाती की चेतावनी दी है। इससे पहले उन्होंने गोली मारने की बात कही थी। इसपर पुलिस चीफ ने कहा कि अगर आपके पास इस मुद्दे से निपटने का कोई अच्छा सुझाव नहीं है, तो कृपया अपना मुंह बंद रखें। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, 'आप लोगों को खतरे में डाल रहे हैं। यह समय लोगों का दिल जीतने का है न कि उन्हें धमकी देने का। पूरे देश में पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं, लोग जख्मी हुए हैं। लेकिन नेतृत्व हमें दुखी कर रहा है। अगर कुछ अच्छा बोलने के लिए नहीं है तो कृपया अपना मुंह बंद रखिए। आप एक राष्ट्रपति हैं और उस हिसाब से फैसले लीजिए। यह वास्तविक जीवन है और यह खतरे में है।'