उदय चंद्रवंशी, टाइम्स खबर डेस्क timeskhabar.com
कोरोना वायरस का हमला, लॉकडाउन और उसके बाद ठप पड गई आर्थिक गतिविधियों को तेज करने की कोशिशें शुरू हो गई है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ( 2जून) सीआईआई यानी (कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री CII)के सालाना सत्र को संबोधित किया और विश्वास के साथ दावा किया कि कोरोना महामारी से भी निपटेंगे और अपनी विकास दर (ग्रोथ रेट) को भी हासिल करेंग। उन्होंने सीआईआई को संबोधित करते हुए जो बाते कहीं वे निम्नलिखित है :
- ये भी इंसान की सबसे बड़ी ताकत होती है कि वो हर मुश्किल से बाहर निकलने का रास्ता बना ही लेता है।आज भी हमें जहां एक तरफ इस Virus से लड़ने के लिए सख्त कदम उठाने हैं वहीं दूसरी तरफ Economy का भी ध्यान रखना है>
- हमें एक तरफ देशवासियों का जीवन भी बचाना है तो दूसरी तरफ देश की अर्थव्यवस्था को भी Stabilize करना है, Speed Up करना है। इस Situation में आपने “Getting Growth Back” की बात शुरू की है और निश्चित तौर पर इसके लिए आप सभी, भारतीय उद्योग जगत के लोग बधाई के पात्र हैं।
- बल्कि मैं तो Getting Growth Back से आगे बढ़कर ये भी कहूंगा कि Yes ! We will definitely get our growth back.आप लोगों में से कुछ लोग सोच सकते हैं कि संकट की इस घड़ी में, मैं इतने Confidence से ये कैसे बोल सकता हूं? मेरे इस Confidence के कई कारण है।
- मुझे भारत की Capabilities और Crisis Management पर भरोसा है। मुझे भारत के Talent और Technology पर भरोसा है। मुझे भारत के Innovation और Intellect पर भरोसा है। मुझे भारत के Farmers, MSME’s, Entrepreneurs पर भरोसा है।
- कोरोना ने हमारी Speed जितनी भी धीमी की हो, लेकिन आज देश की सबसे बड़ी सच्चाई यही है कि भारत, लॉकडाउन को पीछे छोड़कर Un-Lock Phase one में Enter कर चुका है। Un-Lock Phase one में Economy का बहुत बड़ा हिस्सा खुल चुका है।
- आज ये सब हम इसलिए कर पा रहे हैं, क्योंकि जब दुनिया में कोरोना वायरस पैर फैला रहा था, तो भारत ने सही समय पर, सही तरीके से सही कदम उठाए। दुनिया के तमाम देशों से तुलना करें तो आज हमें पता चलता है कि भारत में lockdown का कितना व्यापक प्रभाव रहा है।
- कोरोना के खिलाफ Economy को फिर से मजबूत करना, हमारी highest priorities में से एक है। इसके लिए सरकार जो Decisions अभी तुरंत लिए जाने जरूरी हैं, वो ले रही है। और साथ में ऐसे भी फैसले लिए गए हैं जो Long Run में देश की मदद करेंगे।
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना ने गरीबों को तुरंत लाभ देने में बहुत मदद की है। इस योजना के तहत करीब 74 करोड़ Beneficiaries तक राशन पहुंचाया जा चुका है। प्रवासी श्रमिकों के लिए भी फ्री राशन पहुंचाया जा रहा है।
- महिलाएं हों, दिव्यांग हों, बुजुर्ग हों, श्रमिक हों, हर किसी को इससे लाभ मिला है। लॉकडाउन के दौरान सरकार ने गरीबों को 8 करोड़ से ज्यादा गैस सिलेंडर डिलिवर किए हैं- वो भी मुफ्त।
- भारत को फिर से तेज़ विकास के पथ पर लाने के लिए, आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए 5 चीजें बहुत ज़रूरी हैं। Intent, Inclusion, Investment, Infrastructure और Innovation. हाल में जो Bold फैसले लिए गए हैं, उसमें भी आपको इन सभी की झलक मिल जाएगी।
- हमारे लिए reforms कोई random या scattered decisions नहीं हैं। हमारे लिए reforms systemic, planned, integrated, inter-connected और futuristic process है। हमारे लिए reforms का मतलब है फैसले लेने का साहस करना, और उन्हें logical conclusion तक ले जाना।
- सरकार आज ऐसे पॉलिसी reforms भी कर रही है जिनकी देश ने उम्मीद भी छोड़ दी थी। अगर मैं Agriculture सेक्टर की बात करूं तो हमारे यहां आजादी के बाद जो नियम-कायदे बने, उसमें किसानों कोबिचौलियों के हाथों में छोड़ दिया गया था।
- हमारे श्रमिकों के कल्याण को ध्यान में रखते हुए, रोजगार के अवसरों को बढ़ाने के लिए labour reforms भी किए जा रहे हैं। जिन non-strategic sectors में प्राइवेट सेक्टर को इजाजत ही नहीं थी, उन्हें भी खोला गया है।
- सरकार जिस दिशा में बढ़ रही है, उससे हमारा mining sector हो, energy sector हो, या research और technology हो, हर क्षेत्र में इंडस्ट्री को भी अवसर मिलेंगे, और youths के लिए भी नई opportunities खुलेंगी।
- इस सबसे भी आगे बढ़कर, अब देश के strategic sectors में भी private players की भागीदारी एक Reality बन रही है।
आप चाहे space sector में निवेश करना चाहें, atomic energy में नयी opportunities को तलाशना चाहें, possibilities आपके लिए पूरी तरह से खुली हुई है।
- MSMEs की Definition स्पष्ट करने की मांग लंबे समय से उद्योग जगत कर रहा था, वो पूरी हो चुकी है। इससे MSMEs बिना किसी चिंता के Grow कर पाएंगे और उनको MSMEs का स्टेट्स बनाए रखने के लिए दूसरे रास्तों पर चलने की ज़रूरत नहीं रहेगी।
- स्वभाविक है कि इस समय नए सिरे से मंथन चल रहा है। और ऐसे समय में, भारत से दुनिया की अपेक्षा- Expectations और बढ़ीं हैं। आज दुनिया का भारत पर विश्वास भी बढ़ा है और नई आशा का संचार भी हुआ है।
- World is looking for a trusted, reliable partner. भारत में potential है, strength है, ability है। आज पूरे विश्व में भारत के प्रति जो Trust Develop हुआ है, उसका आप सभी को, भारत की Industry को पूरा फायदा उठाना चाहिए।
- Getting Growth Back” इतना मुश्किल भी नहीं है। और सबसे बड़ी बात कि अब आपके पास, Indian Industries के पास, एक Clear Path है। आत्मनिर्भर भारत का रास्ता।
- आत्मनिर्भर भारत का मतलब है कि हम और ज्यादा strong होकर दुनिया को embrace करेंगे। आत्मनिर्भर भारत world economy के साथ पूरी तरह integrated भी होगा और supportive भी।
- हमें अब एक ऐसी Robust Local Supply Chain के निर्माण में Invest करना है, जो Global Supply Chain में भारत की हिस्सेदारी को Strengthen करे। इस अभियान में, मैं CII जैसी दिग्गज संस्था को भी post-Corona नई भूमिका में आगे आना होगा।
- अब जरूरत है कि देश में ऐसे Products बनें जो Made in India हों, Made for the World हों। कैसे हम देश का आयात कम से कम करें, इसे लेकर क्या नए लक्ष्य तय किए जा सकते हैं? हमें तमाम सेक्टर्स में productivity बढ़ाने के लिए अपने टार्गेट तय करने ही होंगे।
- मैं बहुत गर्व से कहूंगा कि सिर्फ 3 महीने के भीतर ही Personal Protective Equipment -PPE की सैकड़ों करोड़ की इंडस्ट्री आपने ही खड़ी की है।
- Rural Economy में Investment और किसानों के साथ Partnership का रास्ता खुलने का भी पूरा लाभ उठाएं।
अब तो गांव के पास ही लोकल एग्रो प्रोडक्ट्स के क्लस्टर्स के लिए ज़रूरी इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जा रहा है। इसमें CII के तमाम मेंबर्स के लिए बहुत Opportunities हैं।
- हमारी सरकार प्राइवेट सेक्टर को देश की विकास यात्रा का Partner मानती है। आत्मनिर्भर भारत अभियान से जुड़ी आपकी हर आवश्यकता का ध्यान रखा जाएगा। आपसे, सभी स्टेकहोल्डर्स से मैं लगातार संवाद करता हूं और ये सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प लें। इस संकल्प को पूरा करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दें। सरकार आपके साथ खड़ी है, आप देश के लक्ष्यों के साथ खड़े होइए। सीआईआई की ओर से ट्वीट किया गया कि माननीय प्रधानमंत्री जी ने आज उद्योग जगत को एक प्रेरणार्थक संदेश दिया है। भारतीय उद्योग परिसंघ उन्हें धन्यवाद करता है और विकास एवं आत्मनिर्भरभारत बनाने के मार्ग पर साथ चलने पर प्रतिबद्ध है।