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टाइम्स खबर timeskhabar.com

देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की आज पुण्यतिथि है। इस मौके पर उनके बेटे और कांग्रेस लीडर राहुल गांधी ने अपने पिता को नमन किया। उन्होंने कहा कि उनके पिता दूरदृष्ट वाले थे। वे ऐसे लीडर थे जिन्होंने देश को सशक्त बनाया। उन्होंने कहा कि एक सच्चे देश भक्त, उदार और परोपकारी पिता का पुत्र होने का मुझे गर्व है।  मेरे पिता ने बतौर प्रधानमंत्री देश को प्रगित के पथ पर अग्रसर किया। देश के सशक्तिकरण के लिये उन्होंने जरूरी कदम उठाये। आज उनकी पुण्यतिथि पर मैं स्नेह और कृतज्ञता से उन्हें सादर नमन करता हूं। 

कांग्रेस पार्टी की महासचिव और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुत्री प्रियंका गांधी ने कहा कि "उन लोगों के प्रति दया करने के लिए जो आपके लिए निर्दयी हैं; यह जानने के लिए कि जीवन कितना उचित है, आप चाहे कितना भी अनुचित क्यों न हो; चलते रहना, चाहे कितना भी गहरा आसमान हो या तूफ़ान कितना भीषण हो; ..तो एक मजबूत दिल का पोषण करें, और इसे प्यार से भरें चाहे वह कितना भी बड़ा दुख क्यों न हो; ये मेरे पिता के जीवन का उपहार हैं।"

कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी कर कहा है कि राजीव गांधी की याद में दिये जाने वाले इश्तेहार और इससे जुड़े अन्य कार्यों में खर्च होने वाले पैसे को श्रमिकों के मदद में खर्च करेगी। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न राजीव गांधी के बलिदान दिवस पर हर देशवासी ने उन्हें याद कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी।

 

राहुल गांधी - " एक सच्चे देशभक्त,उदार और परोपकारी पिता के पुत्र होने पर मुझे गर्व है।प्रधानमंत्री के रूप में राजीव जी ने देश को प्रगति के पथ पर अग्रसर किया।अपनी दूरंदेशी से देश के सशक्तीकरण के लिए उन्होंने ज़रूरी कदम उठाए।आज उनकी पुण्यतिथि पर मैं स्नेह और कृतज्ञता से उन्हें सादर नमन करता "

प्रियंका गांधी - To be kind to those who are unkind to you; to know that life is fair, no matter how unfair you imagine it to be; to keep walking, no matter how dark the skies or fearsome the storm; ..To nurture a strong heart, and fill it with love no matter how great it’s sorrows; these are the gifts of my father’s life.

उन लोगों के प्रति दया करने के लिए जो आपके लिए निर्दयी हैं; यह जानने के लिए कि जीवन कितना उचित है, आप चाहे कितना भी अनुचित क्यों न हो; चलते रहना, चाहे कितना भी गहरा आसमान हो या तूफ़ान कितना भीषण हो; ..तो एक मजबूत दिल का पोषण करें और इसे प्यार से भरें चाहे वह कितना भी बड़ा दुख क्यों न हो; ये मेरे पिता के जीवन का उपहार हैं।

बहरहाल, देश भर में भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को अपने अपने तरीके से श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम जारी है।