मुंबई हमले का सरगना अबू हमजा गिरफ्तार।

मुंबई हमले का सरगना अबू हमजा गिरफ्तार।

नई दिल्ली/मुंबई। 26/11 मुंबई हमले में मुख्य भूमिका निभाने वालों में से एक आरोपी जब्बीउद्दीन अंसारी उर्फ अबू हमजा को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने गिरफ्तार कर लिया। उसे दिल्ली एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया गया। महाराष्ट्र के बीड जिले का रहने वाला अबू हमजा का संबंध इंडियन मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैबा से हैं।

बताया जा रहा है कि अबू हमजा को सऊदी अरब की सरकार ने 21 जून को डिपोर्ट किया था। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहले से तैनात स्पेशल टीम के लोगो ने हिरासत मे ले लिया। इसके बाद उसे दिल्ली के हीं तीस हजारी अदालत में पेश किया गया। और अदालत ने 5 जुलाई तक उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया।

कैसे गिरफ्त में आया अबू हमजा -
अबू हमजा को गिरफ्तार करने के लिये काफी समय से कोशिश की जा रही थी। यहां तक कि उसके खिलाफ भारत सरकार ने इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस जारी करवाया था। इसी बीच भारतीय खुफिया एजेंसी को खबर मिली की अबू हमजा सऊदी अरब गया हुआ है। फिर क्या था भारतीय एजेंसी एलर्ट हो गई और जाल बिछानी शुरू कर दी।

इसी कड़ी में 2 जून को तीस हजारी कोर्ट से जबीउद्दीन के नाम गिरफ्तारी वारंट लिया गया और इसी वारंट के आधार पर अधिकृत तौर पर इंटरपोल के माध्यम से सऊदी अरब की सरकार को जानकारी दी गई। सऊदी सरकार ने भी तुरंत अबू को पकड़ 21 जून को भारत डिपोर्ट कर दिया।

सऊदी सरकार को सूचना देने के बाद से हीं दिल्ली पुलिस ने एयरपोर्ट पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली थी।

26 नाम हैं इस आतंकवादी के -
मूल रूप से महाराष्ट्र के बीड जिले का रहने वाला अबू हमजा के कई नाम हैं। बताया जाता है कि कुल उसके 26 नाम हैं। वह जैबीउद्दीन उर्फ जैबी के नाम से भी जाना जाता है। इसी ने मुंबई पर हमला करने वाले सारे पाकिस्तानी आंतकवादियों को हिन्दी सिखाई थी। वह व्यक्ति है जो मुंबई में हमले के दौरान बीच बीच में आंतकवादियों को हिंन्दी में निर्देश दे रहा था।

पकड़ा गया आतंकवादी अपने नाम बदलता रहता है। आरोपी के अबू हमजा, रियासत अली और जेबुद्दीन सहित 26 नाम हैं। सूत्रों ने बताया कि वह मूल रूप से महाराष्ट्र का ही रहने वाला है, इसलिए उसे महाराष्ट्र की अच्छी-खासी जानकारी थी। वह पाकिस्तान में अपने आकाओं के साथ टीवी पर पूरे ऑपरेशन को देखकर बीच-बीच में कसाब और उसके साथियों को हिंदी में निर्देश दे रहा था। बताया गया है कि इसी ने कसाब सहित अन्य आतंकवादियों को हिंदी सिखाई थी।

कराची स्थित कंट्रोल रूम –
पाकिस्तानी आंतकवादियों ने जब मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हमला किया था तब उस हमले का कंट्रोल टावर पाकिस्तान के कराची शहर में था। कराची शहर के जिस घर से हमले को नियंत्रण किया जा रहा था उस कमरों में बताया जाता है कि 6 हैंडलर थे यानी ये छह लोग निर्देश दे रहे थे कि कब क्या करना है। और मुंबई शहर की स्थिति क्या है? मुंबई शहर की ताजा स्थिति जानने के लिये वे लोग भारत के समाचार चौनलों की जानकारी इकठ्ठा कर रहे थे। सभी दसों आंतकवादियों को वे लोग सेटेलाइट फोन से निर्देश दे रहे थे। जानकार बताते हैं कि इस काम में कराची स्थित बने कंट्रोल रूम में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का एक अधिकारी भी था।

सुर्खियों में आया पहली बार हमजा -
अबू हमजा का नाम पहली बार सुर्खियों में आया साल 2006 में। महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में 9 मई 2006 को पुलिस ने बड़ी संख्या में हथियार जब्त किये। इन हथियारों में दस ए.के.47 और आरडीएक्स शामिल था। बताया जाता है कि इन हथियारों के पीछे अबू हमजा का ही हाथ था। इन हथियारों के जब्त होने के बाद से अबू हमजा फरार हो गया। बताया जाता है कि वह महाराष्ट्र से बांग्लादेश होते हुए पाकिस्तान पहुंचा।

और भी हैं आरोप -
मुंबई में आंतकवादी हमला और औरंगाबाद में हथियारों के जखीरा बरामद। इन सबके अलावा बताया जाता है कि 13 फरवरी 2010 को पुणे की जर्मन बेकरी में विस्फोट और 19 सितंबर 2010 में राजधानी दिल्ली में जामा मस्जिद के पास बम प्लांट के पीछे अबू हमजा का ही हाथ था।
बहरहाल जब्बीउद्दीन अंसारी उर्फ अबू हमजा का पकड़ा जाना भारतीय एजेंसियों की एक बड़ी सफलता है। इससे कई नये राज सामने आयेंगे।