शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ ।

 शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे 28 नवंबर को लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथ ।

टाइम्स खबर timeskhabar.com

शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के नये मुख्यमंत्री होंगे। इस बात पर कांग्रेस और एनसीपी समेत तमाम सहयोगी दलों ने मुहर लगा दी। उद्धव को नवगठित महा विकास अघाड़ी का नेता चुना गया है। नेता चुने जाने के बाद उन्होंने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश किया। वे 28 नवंबर को शाम पांच बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इसके लिये शिवाजी पार्क में विशेष व्यवस्था की जा रही है। 

- उद्धव ठाकरे महा-विकास-अघाड़ी के नता चुने गये। उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया। 

- 28 नवंबर को शाम पांच बजे शिवाजी पार्क में शपथ ग्रहण समारोह होगा। 

- कांग्रेस और एनसीपी की ओर पार्टी नेता क्रमश: बाला साहेब थोराट और जयंत पाटिल उपमुख्यमंत्री पद का शपथ ले सकते हैं। 

नेता चुने जाने के बाद उद्धव ठाकरे ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि  'आप लोगों ने मुझे अपना नेता चुना है। हम सब एक परिवार की तरह काम करेंगे। आम आदमी को लगना चाहिए कि यह उनकी सरकार है।'उन्होंने अपने पिता बालासाहेब ठाकरे को याद किया। उद्धव ने कहा, 'कभी सोचा नहीं था कि मैं सीएम बनूंगा। संघर्ष के समय बालासाहेब की बहुत याद आती है।' एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने भी कहा कि बालासाहब काफी हाजिरजवाब थे। अगर आज वह होते तो बहुत ज्यादा खुश होते। 

- राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने बीजेपी विधायक कालिदास कोलंबकर को प्रोटेम स्पीकर पद की शपथ दिलाई गई। 

- 27 नवंबर को विधान सभा का विशेष सत्र बुलाया गया है।

- प्रोटेम स्पीकर कालीदास कोलंबकर नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलायेंगे। 

शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे अभी किसी भी सदन (विधान सभा और विधान परिषद) के सदस्य नहीं है। मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के छह महीन के अंदर उन्हें किसी एक सदन का सदस्य बनना होगा। हालांकि उनके लिये यह कोई मुश्किल काम नहीं है। वे ठाकरे परिवार के पहले सदस्य होंगे जो सीधे सत्ता में भागीदारी करेंगे। शिवसेना को स्थापना हुए 50 साल से अधिक हो गये लेकिन ठाकरे परिवार से एक भी सदस्य ने न तो कभी चुनाव लड़े और न ही मंत्री बने। साल 2019 का पहला विधान सभा चुनवा है जिसमें इस परिवार से उद्धव के पुत्र आदित्य ठाकरे चुनाव जीत कर विधायक बने। अब उद्धव ठाकरे को भी किसी सदन का सदस्य बनना पडे़गा।