बिहार : पटना में बाढ प्राकृतिक नहीं लापरवाही का नतीजा है। सीवरेज खर्च पर श्वेत पत्र जारी किया जाये - आरजेडी लीडर तेजस्वी यादव।

1
बिहार : पटना में बाढ प्राकृतिक नहीं लापरवाही का नतीजा है। सीवरेज खर्च पर श्वेत पत्र जारी किया जाये - आरजेडी लीडर तेजस्वी यादव।

टाइम्स ख़बर timeskhabar.com

गंगा नदी के तट पर बसा प्राचीन शहर पटना एक बार फिर बाढ की चपेट में है। लगातर हुई बारिश की वजह से राजधानी पटना के कई इलाके डूब गये। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी समेत तमाम नागरिकों को संकट का सामना करना पड रहा है। यहां तक कि बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव जब अपने इलाके का जायजा लेने एक छोटे नाव से निकले तो वे खुद भी गिर गये। शहर की स्थिति नाजूक है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसे प्राकृतिक आपदा मान रहे हैं। लेकिन सवाल उठता है कि शहर में जो स्थिति उत्तपन्न हुई है यह सरकारी लापरवाही के कारण है या प्राकृतिक आपदा के कारण। 

इस पर आरजेडी लीडर व विधान सभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्राकृतिक आपदा वाले बयान को लेकर निशाना बनाया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार की वजह से ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई है। 15 साल से कुंडली जमाए नीतीश जी की पोल इस बारिश ने खोल दी। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि  साहब, ये प्राकृतिक आपदा नहीं बल्कि आपकी भ्रष्टाचारिक आपदा है।जिस समय राजेंद्रनगर और कंकड़बाग में नाव चल रही है,ठीक उसी समय बोरिंग रोड और बेली रोड में धूल उड़ रही है।अगर ये प्राकृतिक आपदा है तो फिर आपके आवास अणे मार्ग और कौटिल्य मार्ग पर यह आपदा क्यों नहीं आई? तेजस्वी यादव ने कहा कि 500 करोड़ सालाना विज्ञापन पर ख़र्च करने वाले नीतीश जी यदि यही 500 करोड़ प्रतिवर्ष ड्रेनिज सिस्टम पर ख़र्च कर दिए होते तो यह आपदा नहीं आती? उन्होंने सीवरेज पर श्वेत पत्र जारी करने की मांग की। 

वहीं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने भी सवाल उठाते हुए ट्वीट किया कि - नाला उड़ाही नहीं करना, सीवर साफ़ नहीं करवाना, पंप हाउस का काम नहीं करना। यह सब प्रकृति का दोष है क्या? नीतीश जी, ग़लती स्वीकार कीजिए। 6 फ़ीट पानी में तो इंसान डूब जाता है लेकिन आपका अहंकार क्यों नहीं डूब रहा? ग़रीबों की रोज़ी-रोटी उजाड़ने वाला आपका पटना कमिशनर अब कहाँ है? आरजेडी कार्यकर्ता पीडि़त लोगों को भोजन से लेकर हर प्रकार की मदद कर रही है।