हार्दिक ने 19 वें दिन अनशन तोड़ा और कहा कि सत्य और अहिंसा के बल पर संघंर्ष जारी रहेगा।

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हार्दिक ने 19 वें दिन अनशन तोड़ा और कहा कि सत्य और अहिंसा के बल पर संघंर्ष जारी रहेगा।

(टाइम्स ख़बर)। सरकारी नौकरी और शिक्षा में पाटीदार समाज को आरक्षण और किसानों की ऋण माफी को लेकर अनशन पर बैठे गुजरात के युवा नेता हार्दिक पटेल ने 19 वें दिन अपना अनशन खत्म कर दिया। इस बीच उन्हें तबीयत बिगड़ने की वजह से होस्पिटल में भी भर्ता कराया गया था। पाटीदार समाज के नरेश पटेल और सी के पटेल ने हाथों से नींबू पानी पीकर अपना उपवास खत्म किया। लेकिन गुजरात की बीजपी सरकार ने हार्दिक की मांगों पर कोई गौर नही फरमाया। कोई बातचीत भी नहीं हुई। 

इस बीच हार्दिक पटेल ने कहा कि उनकी मांग और संघर्ष आगे भी जारी रहेगा। इस बीच हार्दिक पटेल से अहमदाबाद पहुंच कर बड़ी संख्या में स्थानीय और राष्ट्रीय पहचान वाले नेताओं ने मुलाकात की। मुलाकात करने वालों में समाजवादी और लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष  व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव, बीजेपी से नाराज चल रहे लीडर व पूर्व मंत्री यशवंत सिन्हा और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के अलावा उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुलाकात की। हरिश रावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि 'मैंने उनसे कहा है कि उनका जीवन देश के किसानों, पाटीदारों और युवाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है. मैं उनसे अनशन खत्म करने की अपील करता हूं. भूख हड़ताल की जगह उन्हें विरोध के अन्य माध्यम अपनाने चाहिए जैसे कि प्रदर्शन या पैदल यात्रा।  

उपवास आंदोलन को ख़त्म करने के हार्दिक ने साबरमती नदी के किनारे गाँधी आश्रम में पूज्य बापू के चरणों में नमन किया और कहा कि मैं चरखे पर बैठने लायक नहीं हूँ लेकिन बापू के सत्य और अहिंसा के मार्गो पर चलने का प्रयास करूँगा। मैं पहली बार गाँधी आश्रम गया लेकिन अब मैं गाँधी आश्रम जाने लायक हो गया हूँ | उन्होंने कहा कि सभी लोग अनशन तोड़ने के लिये आग्रह कर रहे थे इसलिये अनशन तोडना पड़ा। बीजेपी के तानाशाही के खिलाफ लड़ाई पूरे देश में होगी। किसी नौजवान की मौत हो जाये इससे बीजेपी को कोई फर्क नहीं पड़ता। 

भूख हड़ताल के दौरान दलित नेता प्रकाश अंबेडकर ने भी उनसे मुलाकात की थी और कहा कि अब समय आ गया है कि आरक्षण की सीमा 50 प्रतिशत से अधिक किये जाने पर चर्चा हो।