अमेरिका : ट्रंप पर चुनावी वित्तीय गड़बड़ी का आरोप। ट्रंप ने कहा यदि मेरे खिलाफ महाभियोग लाया गया तो अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान।

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अमेरिका : ट्रंप पर चुनावी वित्तीय गड़बड़ी का आरोप। ट्रंप ने कहा यदि मेरे खिलाफ महाभियोग लाया गया तो अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान।

 दुनिया के सर्वाधिक संपन्न देश अमेरिका में भी राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाया जाना है। उनपर चुनावी पैसों में गडबड़ी करने का आरोप है। बीबीसी रिपोर्ट के अनुसार डोनल्ड ट्रंप के पूर्व वकील माइकन कोहेन ने अदालत में स्वीकार किया है कि उन्होंने चुनाव अभियान से जुड़े वित्तीय नियमों का उल्लंघन किया था. कोहेन ने अदालत में ये भी कहा है कि उन्हें ऐसा करने के निर्देश ट्रंप ने दिए थे। 

इसके बाद से अमेरिका की राजनीति में सियासी हलचल मचना तय था। ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाने की बात की जा रही है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप नेअपने खिलाफ महाभियोग लाए जाने के कयासों पर चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि इस तरह के किसी भी कदम से अर्थव्यवस्था को गहरा नुकसान पहुंचेगा। 'फ़ॉक्स एंड फ़्रेंड्स' को दिए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि ऐसा किया गया तो मार्केट क्रैश हो जाएगा और हर कोई बहुत ग़रीब हो जाएगा।

शायद यह पहला मौका है जब महाभियोग की संभावनाओं को लेकर ट्रंप ने इस तरह से खुलकर बात की है। डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व वकील माइकल कोहेन ने अदालत में स्वीकार किया है कि उन्होंने चुनाव अभियान से जुड़े वित्तीय नियमों का उल्लंघन किया था। कोहेन ने अदालत में ये भी कहा कि उन्हें ऐसा करने का निर्देश ट्रंप ने दिए थे। हालांकि पत्रकारों का मानना है कि इस बात के आसार कम ही हैं कि ट्रंप के विरोधी नवंबर के मध्यावधि चुनाव से पहले उनके खिलाफ महाभियोग लेकर आएं।

 

अमरीकी राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव

हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स : कोई भी सदस्य सदन में महाभियोग प्रस्ताव ला सकता है। ऐसा तब हो सकता है जब राष्ट्रपति के खिलाफ रिश्वत, राजद्रोह या किसी अन्य गंभीर अपराध का संदेह हो। अगर सदन में महाभियोग पर 51 प्रतिशत बहुमत बनता है तो मामला आगे बढ़ता है।

सीनेट : मुकदमा शुरू होगा, जिसकी सुनवाई सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस करेंगे -  राष्ट्रपति अपने बचाव में एक वकील नियुक्त कर सकता है। ऐसे में सांसद ज़्यूरी की भूमिका निभाते हैं। मुक़दमे के आखिर में सांसदों के वोटों के साथ नतीजा सामने आएगा। अगर सांसदों का दो-तिहाई वोट राष्ट्रपति के खिलाफ जाता है तो राष्ट्रपति को अपना पद छोड़ना होगा और चुनाव से पहले उपराष्ट्रपति को यह पद संभालना होगा।

ट्रंप ने अपने इंटरव्यू में कहा, मैं नहीं जानता कि आप उस शख्स के खिलाफ महाभियोग कैसे ला सकते हैं, जिसने इतना अच्छा काम किया है। मैं आपको बता रहा हूं कि अगर कभी भी मेरे खिलाफ महाभियोग लाया गया तो बाज़ार चरमरा जाएगा। मुझे लगता है कि इसके बाद हर कोई बहुत गरीब हो जाएगा। ट्रंप ने अपनी तरफ इशारा करते हुए कहा, क्योंकि इस सोच के बिना आपको आंकड़ों में ऐसी गिरावट नजर आएगी जिसे वापस ठीक नहीं किया जाएगा।

ट्रंप के पूर्व वकील कोहेन वित्तीय गड़बड़ियों की बात कह रहे हैं लेकिन ट्रंप इन आरोपों से इनकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि इन पैसों ने चुनावी अभियानों पर कोई असर नहीं डाला। डोनाल्ड ट्रंप पर पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डैनियल्स और प्लेबॉय मैगजीन की पूर्व मॉडल कैरन मैकडॉगल को पैसे देने का आरोप है। ट्रंप का कहना है कि उन्होंने वो पैसे अपने पास से दिए न कि चुनावी अभियान के पैसों से।

पिछले महीने कोहेन ने एक ऑडियो टेप जारी किया था जिसमें डोनाल्ड ट्रंप स्टॉर्मी या कैरन किसी एक के साथ चुनाव से पहले 'भुगतान' की बात करते सुनाई पड़ रहे थे। गुपचुप तरीके से किए गए इस भुगतान के बारे में अमरीका के चुनाव आयोग को नहीं बताया गया था। ज़्यादा अहम सवाल यह है पैसे ट्रंप की व्यक्तिगत छवि को बचाने के लिए दिए गए थे या राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर उनकी छवि को बचाने के लिए।

अमरीकी चुनाव के नियमों के मुताबिक ऐसे हर भुगतान के बारे में चुनाव आयोग को बताया जाना चाहिए, जिसका मकसद मतदाताओं को प्रभावित करना हो। अब अगर डोनाल्ड ट्रंप पर इन पैसों के मामले में मुकदमा चलाया गया तो वो सामान्य अदालत में नहीं बल्कि संसद में महाभियोग प्रस्ताव के जरिए चलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि वह मौजूदा राष्ट्रपति हैं। ऐसे में जांचकर्ताओं को साबित करना होगा कि उन्होंने वाकई में कोहेन को पैसे इसलिए दिए थे ताकि चुनाव को प्रभावित किया जा सके।

 

ट्रंप ने पॉर्न स्टार स्टॉर्मी डैनियल्स को दिए पैसों के बारे में पहली बार अप्रैल, 2018 में सार्वजनिक तौर पर बात की थी। तब उन्होंने इस बात से इनकार किया था कि उन्होंने स्टॉर्मी को कोहेन के जरिए 10 लाख डॉलर का भुगतान किया था। पत्रकारों ने ट्रंप से जब इस बारे में पूछा था तो उन्होंने साफ़ तौर पर कहा था, मुझे नहीं मालूम। अब वही ट्रंप कह रहे हैं कि पैसों के इस लेन-देन से चुनावी अभियान पर कोई असर नहीं पड़ा। फ़िलहाल ट्रंप की पार्टी यानी रिपब्लिकन पार्टी अमरीकी संसद के दोनों सदनों में बहुमत में है। ऐसे में विपक्षी डेमोक्रैटिक पार्टी के लिए 6 नवंबर के मध्यावधि चुनाव से पहले ट्रंप के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाना मुश्किल ह