(टाइम्स ख़बर डेस्क)। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर एक बार फिर निशाना साधा। उन्होंने जर्मनी के हैम्बर्ग स्थित बूसरियस समर स्कूल के छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के अर्थव्यववस्था तहस नहस हो गई है जीएसटी और नोटबंदी की वजह से। उन्होंने कहा कि भारत मे छोटे कारोबार चौपट हो गये हैं। बेरोजगारी की वजह से लोग हिंसा का रास्ता अख्तियार कर रहे हैं। भारत में भीड़ द्धारा लोगो की पीट पीटकर हत्या किया जाने के पीछे भी बेरोजगारी ही हैं। उन्होंने आईएसआईएस के बनने का जिक्र करते हुए आगाह किया कि यदि विकास की प्रक्रिया से लोगो को बाहर रखा गया तो इस तरह के हालात देश में भी पैदा हो सकते हैं। संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाने के मुद्दे पर कहा कि नफरत का जवाब नफरत से देना मुर्खता है।
- यदि लोगो को विकास प्रक्रिया से बाहर रखा गया तो देश में भी आईएसआईएस जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।
- नोटबंदी और जीएसटी को गलत तरीके से लागू किये जाने की वजह से अर्थव्यवस्था तहस नहस हो गई है। छोटे-मझोले कारोबार तबाह हो गये। लाखों लोग बेरोजगार हुए।
- दलित-आदिवासी व अल्पसंख्यक समुदाय को विकास प्रक्रिया से बाहर रखा जा रहा है। उन्हें अब सरकार से कोई फायदा नहीं मिलता है. उनको फायदा देने वाली सारी योजनाओं का पैसा चंद बड़े कॉर्पोरेट के पास जा रहा है।
- भारत में नौकरी की बड़ी समस्या है, लेकिन प्रधानमंत्री इसे नहीं देखना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘समस्या का समाधान करने के लिये आपको उसे स्वीकार करना होगा।अगर भारत में हम सभी लोगों को रोजगार दे पाते हैं, तो जनसंख्या अपने आप में कोई समस्या नहीं है।
- संसद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गले लगाने के मुद्दे पर कहा कि नफरत का जवाब नफरत से देना मुर्खता है।
- उन्होंने अपने दिवंगत पिता पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के हत्यारों के बारे में कहा कि ‘जब मैंने श्रीलंका में अपने पिता के हत्यारे को मृत पड़ा देखा तो मुझे अच्छा नहीं लगा. मैंने उसमें उसके रोते हुए बच्चों को देखा. लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (लिट्टे) प्रमुख वी प्रभाकरण राजीव गांधी की हत्या के लिये जिम्मेदार था. उसे श्रीलंकाई सैनिकों ने 2009 में मार गिराया था।
- यूपीए कार्यकाल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मनरेगा के जरिये लोगो को 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी गई।
जर्मनी के दौरे पर गये राहुल गांधी वहां रह रहे भारतीय समुदाय के लोगो से संवाद किये। राहुल गांधी को सुनने के लिये बड़ी संख्या में छात्र पहुंचे। एक श्रोता ने उनसे गले मिलने की इच्छा व्यक्त की तो राहुल गांधी ने उन्हें मंच पर बुलाकर गले मिले। राहुल गांधी ने कहा कि चीन से प्रतिस्पर्धा करनी है तो भारत को छोटे और मझोले व्यापार को प्रोत्साहित करना होगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि भारत और चीन के बीच कोई होड़ नहीं है। भारत और चीन में एक बड़ा अंतर है। भारत में कोई भी कही भी जा सकता है लेकिन चीन में कौन कहां जायेगा इसका फैसला वहां की वामपंथी सरकार करती है।