अपने चहेते नायक की अंतिम दर्शन के लिये लोग उमड़ पड़े। उनके मित्र आडवाणी ने वाजपेयी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

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अपने चहेते नायक की अंतिम दर्शन के लिये लोग उमड़ पड़े। उनके मित्र आडवाणी ने वाजपेयी जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

नई दिल्ली(टाइम्स ख़बर)। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के साथ हीं भारतीय राजनीति में एक युग का अंत हो गया। साथ ही वो दौर भी खत्म हो गया जब विरोधियों के लिये भी सम्मान से शब्दों का इस्तेमाल किया जाता था। भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने पूर्व पीएम व अपने मित्र अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धा सुमन अर्पित किये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धाजंलि दी और ट्विट किया कि - "अटल जी आज हमारे बीच में नहीं रहे, लेकिन उनकी प्रेरणा, उनका मार्गदर्शन, हर भारतीय को, हर भाजपा कार्यकर्ता को हमेशा मिलता रहेगा। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे और उनके हर स्नेही को ये दुःख सहन करने की शक्ति दे। ओम शांति ! ......मैं नि:शब्द हूं, शून्य में हूं, लेकिन भावनाओं का ज्वार उमड़ रहा है। हम सभी के श्रद्धेय अटल जी हमारे बीच नहीं रहे। अपने जीवन का प्रत्येक पल उन्होंने राष्ट्र को समर्पित कर दिया था। उनका जाना, एक युग का अंत है।"

लालू यादव, अध्यक्ष, आरजेडी : भारतीय राजनीति में एक युग का अंत। वाजपेयी जी के निधन से मैनें एक मित्र और अभिभावक खो दिया हैं।वो उस राजनीतिक धारा के आखिरी स्तम्भ थे जहां परस्पर विरोधी राजनीतिक विचारधारा के लोग सहज और शालीन संवाद कर सकते थे।और हां! गर्व का विषय है कि अटलजी के नाम मे बिहारी भी था।आप बहुत याद आओगे।

अमित शाह, अध्यक्ष बीजेपी : अटल जी के विचार, उनकी कविताएं, उनकी दूरदर्शिता और उनकी राजनीतिक कुशलता सदैव हम सबको प्रेरित व मार्गदर्शित करती रहेंगी। भारतीय राजनीति के ऐसे शिखर पुरुष को मैं कोटि-कोटि नमन करता हूँ और ईश्वर से उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूँ। ॐ शांति शांति शांति

राहुल गांधी, अध्यक्ष, कांग्रेस पार्टी : Today India lost a great son.  Former PM, Atal Bihari Vajpayee ji, was loved and respected by millions. My condolences to his family & all his admirers. We will miss him.

अखिलेश यादव, अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी : स्व. अटल जी ने राजनीति को दलगत राजनीति से ऊपर उठाया, सदैव अपने दल के सिद्धांतों व अपने दर्शन पर अडिग रहना सिखाया, जब भी राजनीति भटकी उसको सही मार्ग दिखाया, विदेशों से मित्रता का पाठ पढ़ाया. अटल जी का जाना भारतीय राजनीति एवं साहित्यिक जगत के मुखरित स्वर का मौन हो जाना है. मौन नमन!

भारत-रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी के अंतिम दर्शन के लिये लोग उमड़ पडे हैं। श्रदांजलि देने के लिये लंबी लाइने लगी हुई है। वाजपेयी का अंतिम संस्कार शाम चार बजे राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर किया जाएगा.