शहीद राणे अमर रहे। अपने शहीद बेटे के सम्मान में उमड़ पडे मीरा रोड निवासी। राष्ट्रीय सलामी के साथ अंतिम संस्कार।

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शहीद राणे अमर रहे। अपने शहीद बेटे के सम्मान में उमड़ पडे मीरा रोड निवासी। राष्ट्रीय सलामी के साथ अंतिम संस्कार।

मुंबई(टाइम्स ख़बर)। जम्मू-कश्मीर में शहीद हुए भारतीय सेना के जाबांज मेजर कौस्तुभ राणे का राष्ट्रीय सलामी के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनका अंतिम संस्कार मुंबई से लगे मीरा रोड के श्मशान घाट पर किया गया। इस मौके पर सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बडी संख्या में लोग मौजूद थे। भावुक वातावरण के बीच मेजर कौस्तुभ राणे अमर रहे के नारे लगाये जा रहे थे। अपने शहीद बेटे के लिये लोगो ने रास्ते में फूल बिछा रखे थे।

अंतिम संस्कार के समय सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। मेजर राणे को राष्ट्रीय सलामी दी गई। श्माशान घाट के निकट ही बडी स्क्रिन लगाये गये ताकि अपने शहीद बेटे की अंतिम संस्कार के दर्शन और प्रेरणा ले सके। लोगो ने अपने मेजर को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। 

भारत माता की जय और वंदे मातरम के नारों से पूरा वातावरण गूंज उठा। साथ ही पाकिस्तान मूर्दाबाद के नारे लगाए गये। मौजूद लोगों ने ये भी नारे लगाये कि पाकिस्तान डरता है पीछे से वार करता है। अपने शहीद बेटे की अंतिम विदाई देने के लिये मीरा रोड के लोग उमड़ पड़े। वे भावुक थे  साथ ही अपने शहर के बेटे मेजर कौस्तुभ राणे पर गर्व था। 

दरअसल कश्मीर के बांदीपोरा के गुरेज में आतंवादियों के धोखे से हुए हमले में भारतीय सेना के चार योद्धा शहीद हो गए। इनमें मीरा रोड के मेजर कौस्तुभ राणे भी थे। इस हमले में मेजर राणे समेत भारतीय सेना के चार जाबांज योद्धा शहीद हुए। वे हैं -  जांबाज मेजर कौस्तुभ प्रकाश राणे, हमीर सिंह, विक्रमजीत और मनजीत सिंह रावत। भारतीय सेना पर धोखे से हुए हमले के बावजूद भारतीय सेना ने दो आतंकवादियो को भी ढेर कर दिया। पिता प्रकाश राणे ने कहा कि उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। मेरा पुत्र बहादुरी के साथ शहीद हुआ। मेरा बेटा देश के काम आया। 

शहीद मेजर कौस्तुभ की प्रारंभिक पढाई लिखाई मीरा-रोड से ही शुरू हुई थी। वे सबसे पहले होली क्रोस स्कूल से पढाई की फिर जुनियर कॉलेज की पढाई उन्होंने रावल कॉलेज से की। फिर आगे की पढाई के लिये वे पुणे चले गये और वहीं से उन्होंने कंप्युटर एप्लिकेशन से स्नातक किया।   परिवार, दोस्त व उनके शिक्षक सभी लोग को अपने बेटे मेजर राणे पर गर्व है। परिवार में माता-पिता के अलावा पत्नी कनिका, दो साल का मासूम पुत्र और एक बहन हैं। जांबाज योद्धा राणे सेना में साल 2008 में भर्ती हुए थे और उन्हें इसी साल 26 जनवरी को सेना सम्मान से सम्मानित किया गया था।