(टाइम्स ख़बर)। उत्तर प्रदेश के बागपत जेल में बंद गैंगेस्टर मुन्ना बजरंगी (प्रेम प्रकाश सिंह) की गोली मार कर हत्या कर दी गई। उसे जेल के अंदर हीं लगभग 10 गोलियां मारी गई। इस हत्याकांड के बाद से उत्तर प्रदेश की सरकार और पुलिस प्रशासन सकते में है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जेल के अंदर हथियार कैसे पहुंचे? इस हत्याकांड के पीछे सुनील राठी गिरोह का नाम सामने आ रहा है। जिस प्रकार पूर्वी उत्तर प्रदेश इलाके का टेरर था गैंगेस्टर मुन्ना बजरंगी, उसी प्रकार का दबदबा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सुनील राठी का है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा। जांच के आदेश दे दिये गये हैं।
- बताया जाता है कि आज सुबह पांच और छह बजे के बीच मु्न्ना बदरंगी की गोलीमार हत्या कर दी गई। हत्या के बाद पिस्टल शौचालय में छिपा दिया गया।
- मुन्ना बजरंगी को कल रात ही 9 बजे के आसपास झांसी जेल से बागपत जेल लाया गया था। बागपत कोर्ट में आज उसकी पेशी होनी थी।
- जिस बैरक मे मुन्ना बजरंगी था उसी बैरक में सुनील राठी भी था।
- सुनील राठी को रूढकी से लाया गया था।
- पिछले महीने ही मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने अपने पति की हत्या की आशंका जाहीर की थी।
- मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाया था कि जेल में बंद उनके पति का एनकाउंटर किया जा सकता है। इस मामले में सफेदपोश नेताओं के निजी स्वार्थ हैं।
मुन्ना बजरंगी बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय की हत्या मामले में आरोपी था। उसके खिलाफ कई अपराधिक मामले दर्ज हैं लेकिन जेल के अंदर पिस्टल से की गई हत्या पर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। इस मामले में जेलर, डिप्टी जेलर समेत चार जेलकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।