टाइम्स खबर। देशभर में 4 लोकसभा और 10 विधान सभा सीटों के लिये हुए उपचुनाव के नतीजे आ गये। इसमें बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। लोकसभा के जिन चार सीटों के परिणाम आये हैं उनमें बीजेपी महाराष्ट्र के पालघर में जीत हासिल की तो भंडारा-गोंदिया में उसे हार का सामना करना पड़ा। नागालैंड में बीजेपी समर्थित एनडीपीपी आगे चल रही है लेकिन सबसे बड़ी प्रतिष्ठा की लड़ाई उत्तर प्रदेश के कैराना में बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा। विधान सभा के दस सीटों के लिये हुए उपचुनाव में बीजेपी को सिर्फ 1 सीट ही मिली।
उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के उप चुनावों में बीजेपी और उसके घटक दलों को हार का सामना करना पड़ा है।
लोकसभा उपचुनाव परिणाम : कैराना, उत्तर प्रदेश (आरएलडी), पालघर, महाराष्ट्र (बीजेपी), भंडारा-गोंदिया, महाराष्ट्र (एनसीपी) और नागालैंड में बीजेपी समर्थित एनडीपीपी आगे चल रही है।
1. कैराना - यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी बनाम विपक्ष समर्थित आरएलडी के बीच था जिसमें आरएलडी ने जीत हासिल की। राष्ट्रीय लोक दल यानी आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम ने बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह को करारी शिकस्त दी है। आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम को 401464 वोट प्राप्त हुए वहीं बीजेपी की मृगांका को 352173 वोट मिले। यह सीट पहले बीजेपी के पास था। बीजेपी सांसद हुकूम सिंह के निधन के बाद यहां उपचुनाव कराये गये थे और बीजेपी ने उनकी पुत्री मृकांका सिंह को उम्मीदवार बनाया था।
2. पालघर - महाराष्ट्र के पालघर संसदीय सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की है। यहां मुख्य मुकाबला शिवसेना और बीजेपी के बीच था। बीजेपी उम्मीदवार राजेंद्र गावित को 263683 वोट प्राप्त हुए। वहीं शिवसेना उम्मीदावर श्रीनिवास वानगा को 237207 वोट मिले। वही बुहजन विकास आघाड़ी के उम्मीदवार बालीराम जाधव को 46861 वोट प्राप्त कर संतोष प्राप्त करना पड़ा। पालघर संसदीय सीट पहले भी बीजेपी के पास थी। यहां से बीजेपी सांसद चिंताणन वानगा के निधन के कारण उपचुनाव कराये गये। यहां से शिवसेना ने वानगा के बेटे श्रीनिवास को टिकट दिया और बीजेपी ने पूर्व कांग्रेस नेता राजेंद्र गावित को टिकट दिया। इ
3. भंडारा-गोंदिया - इस संसदीय सीट से एनसीपी ने जीत हासिल की है। एनसीपी के उम्मीदवार मधुकर कूकड़े को 173856 वोट प्राप्त हुए वहीं बीजेपी उममीदवार हेमंत पटले को 157744 वोट प्राप्त हुए। यहां पर शिवसेना और कांग्रेस ने कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं किया था। यह सीट भी बीजेपी के पास थी। बीजेपी सांसद नाना पटोले ने बीजेपी से इस्तीफा देकर कांग्रेस में शामिल हो गये। यहां कांग्रेस ने एनसीपी को समर्थन दिया।
4. नागालैंड - यहां लोकसभा की एक ही सीट है। इस उपचुनाव में बीजेपी समर्थित एनडीपीपी उम्मीदवार तोखेहो येपथेमी आगे चल रहे हैं। इनके मुकबाले एनपीएफ ने अपोक जमीर को चुनावी मैदान में उतारा। इन्हें कांग्रेस का समर्थन हासिल था। एनडीपीपी को 448734 और एनपीएफ को 337618 वोट मिले।
विधान सभा उपचुनाव परिणाम - कुल दस सीटों के लिये उपचुनाव हुए इसके परिणाम निम्नलिखित हैं।
* जोकीहाट (बिहार) - राजद के शाहनवाज आलम ने जेडीयू को हराया। यह सीट पहले जेडीयू के पास थी।
* गोमिया (झारखंड) - झामुमो की बबिता देवी ने दर्ज की जीत।
* सिल्ली (झारखंड) - झामुमो की सीमा महतो ने जीत हासिल की।
* चेंगन्नूर (केरल) - सीपीएम के सजी चेरियन ने जीत दर्ज की।
* पलूस कडेगांव (महाराष्ट्र) - कांग्रेस के विश्वजीत कदम जीत हासिल करने मे सफल रहे।
* नूरपुर (उत्तर प्रदेश) - सपा के नईमुल हसन ने जीत हासिल की। यह सीट पहले बीजेपी के पास थी।
* महेशतला (पश्चिम बंगाल) - टीएमसी के दुलाल दास की जीत।
* थराली (उत्तराखंड) - भाजपा की मुन्नी देवी ने जीत दर्ज कर बरकरार रखी सीट।
* शाहकोट (पंजाब - कांग्रेस के हरदेव सिंह ने जीत दर्ज कर अकाली दल से छीनी सीट।
* अंपाती (मेघालय) से कांग्रेस के मियानी डी शीरा ने जीत दर्ज कर बरकरार रखी सीट।
** इनके अलावा कर्नाटक की राजराजेश्वरी नगर सीट से कांग्रेस के मुनिरत्न ने भाजपा प्रत्याशी मुनिराजू गौड़ा को हराया।
इस उपचुनाव को आगामी लोकसभा चुनाव ट्रायल के रूप में देखा जा रहा था। इसका खासा महत्व था क्योंकि यह उपचुनाव दस राज्यों के संकेत दिये। इसमें बड़े राज्य शामिल थे जैसे उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल व झारखंड। इन सभी में कैराना में बीजेपी की हार ने एक तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की राजनैतिक प्रतिष्ठा को चोट पहंचाया है। कैराना एक तरह से बीजेपी का प्रयोगशाला था।