देश में कैराना व पालघर समेत 4 लोकसभी सीटें और और 10 विधान सभा सीटों पर उपचुनाव संपन्न। ईवीएम में खराबी की शिकायतें

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देश में कैराना व पालघर समेत 4 लोकसभी सीटें और और 10 विधान सभा सीटों पर उपचुनाव संपन्न। ईवीएम में खराबी की शिकायतें

देश के अलग-अलग राज्यों में सोमवार को चार लोकसभा सीटों और 10 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव करवाए गए। इसमें उत्तर प्रदेश की कैराना, महाराष्ट्र के भंडारा-गोंदिया, पालघर और नगालैंड लोकसभा सीट शामिल है। महाराष्ट्र की दोनों सीटों पर बीजेपी और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लड़ रही हैं। इसके साथ ही पलुस कादेगांव (महाराष्ट्र), नूरपुर (उत्तर प्रदेश), जोकीहाट (बिहार), गोमिया और सिल्ली (झारखंड), चेंगानूर (केरल), अंपति (मेघालय), शाहकोट (पंजाब), थराली (उत्तराखंड) और मेहेशतला (पश्चिम बंगाल) विधानसभा सीटों पर भी उपचुनाव कराए गए। कर्नाटक की राजराजेश्वरी नगर विधानसभा सीट पर भी मतदान कराया गया जहां हाल ही में बड़ी संख्या में फर्जी वोटर आईडी मिलने के बाद चुनाव रद्द कर दिया गया था।

 

इन उप चुनावों में कई जगहों से ईवीएम में खराबी की सूचना मिली है जिसको लेकर चुनाव आयोग की तैयारियों पर सवाल उठने लगे हैं। कैराना और नूरपुर उपचुनावों के दौरान भी कई जगहों पर ईवीएम में खराबी की शिकायत आई है। चुनाव आयोग का कहना है कि उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में गर्मी के चलते ईवीएम खराब हुई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर शामली, कैराना, गंगोह, नकुड, थानाभवन और नूरपुर के लगभग 175 पोलिंग बूथों से ईवीएम-वीपीपैट मशीन के ख़राब होने की शिकायत की है। उन्होंने पोलिंग बूथों की संख्या के साथ आयोग से की गई शिकायत की प्रति भी साझा की है।

 

उन्होंने लिखा है, उप चुनाव में जगह-जगह से ईवीएम मशीन के खराब होने की खबरें आ रही हैं, लेकिन फिर भी अपने मताधिकार के लिए जरूर जाएं और अपना कर्तव्य निभाएं। सपा अध्यक्ष ने लिखा है, हजारों ईवीएम में खराबी की शिकायतें आ रही हैं। किसान, मजदूर, महिलाएं व नौजवान भरी धूप में अपनी बारी के इंतजार में भूखे-प्यासे खड़े हैं। मुख्य विपक्षी दल सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तंज भरे अंदाज में सवाल किया है कि ये तकनीकी खराबी है या चुनाव प्रबंधन की विफलता या फिर जनता को मताधिकार से वंचित करने की साजिश। इस तरह से तो लोकतंत्र की बुनियाद ही हिल जायेगी।

 

यहां रालोद की उम्मीदवार तब्बसुम हसन ने मतदान करने के बाद भाजपा पर आरोप लगाया कि जानबूझकर ईवीएम और वीवीपैट मशीनों से हर जगह छेड़छाड़ की गई है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम और दलित बाहुल्य इलाके में खराब ईवीएम नहीं बदले गए। भाजपा को लगता है कि वह इस तरह चुनाव जीत सकती है। तब्बसुम ने इसकी शिकायत चुनाव आयोग से भी की है।

सपा नेता राजेंद्र चौधरी ने आरोप लगाया कि नूरपूर में 140 ईवीएम खराब हैं क्योंकि उनके साथ छेड़छाड़ की गई है, ऐसी ही खबर कैराना से भी आई है। भाजपा फूलपूर और गोरखपुर का बदला लेना चाहती है इसलिए वह हमें किसी भी कीमत पर हराना चाहती है।

 

विपक्ष के आरोपों से इंकार करते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि सरकार ने चुनाव आयोग से स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण मतदान कराने को कहा है। विपक्ष के आरोप निराधार हैं। भाजपा सांसद हुकुम सिंह का फरवरी में निधन होने के कारण कैराना सीट पर उपचुनाव हो रहा है। सिंह की पुत्री मृगांका सिंह यहां से भाजपा प्रत्याशी हैं। नूरपुर से भाजपा विधायक लोकेंद्र सिंह चौहान की सड़क दुर्घटना में मौत के कारण विधानसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं।

 

महाराष्ट्र में भंडारा-गोंदिया और पालघर लोकसभा उपचुनाव के तहत सोमवार को हो रहे मतदान के दौरान भी कई जगहों से ईवीएम खराब होने की सूचना मिली है। इस संबंध में एक चुनाव अधिकारी ने कहा, भंडारा-गोंदिया और पालघर संसदीय क्षेत्र में कुछ जगहों से तकनीकी खराबी के कारण ईवीएम और वीवीपैट मशीनें खराब होने की सूचना मिली थी। उन्हें बदल दिया गया है। पालघर में वसई तहसील के माली अली, मवांदा, नवाले और नंदनवन गांवों के लगभग 15,000 मतदाताओं ने अपने क्षेत्र में विकास कार्यों की कमी का हवाला देते हुए मतदान का बहिष्कार किया है।

 

भाजपा सांसद चिंतामन वनगा के निधन के कारण पालघर सीट रिक्त हो गयी थी। भाजपा के सहयोगी दल शिवसेना ने दिवंगत सांसद के पुत्र श्रीनिवास को यहां से अपना उम्मीदवार बनाया है ताकि सहानुभूति का लाभ हासिल किया जा सके। वहीं, भाजपा ने इस सीट से कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके राजेन्द्र गावित को अपना प्रत्याशी बनाया है। अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित इस सीट से माकपा ने किरण राजा गहला को अपना उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने पूर्व सांसद दामू सिंगाड़ा पर अपना दांव लगाया है।

 

नगालैंड में लोकसभा की एकमात्र सीट पर उपचुनाव कराया गया। एनडीपीपी और भाजपा नीत सत्तारूढ़ गठबंधन पीपल्स डेमोक्रेटिक एलायंस (पीडीए) ने पूर्व मंत्री तोखिहो येपथोमी को अपनी ओर से मैदान में उतारा है। येपथोमी का मुकाबला विपक्षी पार्टी नागा पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) के उम्मीदवार सी अपोक जमीर से है। इन्हें कांग्रेस का समर्थन भी हासिल है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी अभिजीत सिंहा ने कहा कि लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं की कुल संख्या 11,97,436 है। इसमें से 6,07,589 पुरुष हैं और 5,89,847 महिला मतदाता चुनाव में मतदान करने के योग्य हैं। कुल 2196 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।

 

कर्नाटक के राजराजेश्वरी नगर में भी कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान कराया गया। जालाहाली के एक अर्पाटमेंट से 9,564 मतदाता फोटो पहचान पत्र मिलने के कारण यहां मतदान रद्द हो गया था।। मतदान अधिकारियों को मतदाताओं में बांटने के लिए एक राजनीतिक दल का बहुत सारा सामान भी मिला था। निर्वाचन आयोग के निर्देश पर पुलिस ने मामले की जांच की थी और कांग्रेस प्रत्याशी मणिरत्न सहित कई लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। कांग्रेस के मणिरत्न के अलावा भाजपा के मणिराजू गौड़ा और जद (एस) के जीएच रामचन्द्र के अलावा 11 अन्य प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।

 

पंजाब में जालंधर जिले के शाहकोट विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव उपचुनाव के जरिए कांग्रेस अपनी विजय यात्रा जारी रखने की कोशिश कर रही है जबकि शिअद का प्रयास इस सीट को बचाए रखने का है। इस साल फरवरी में शिअद विधायक अजीत सिंह कोहाड़ का निधन होने के कारण उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी। सत्तारूढ़ कांग्रेस ने हरदेव सिंह लाडी को मैदान में उतारा है जबकि शिअद ने कोहाड़ के बेटे नायब सिंह कोहाड़ को टिकट दिया है। आम आदमी पार्टी ने रतन सिंह कक्कड़ कलां को अपना प्रत्याशी बनाया है।

 

केरल में चेंगन्नुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराया गया। इस सीट पर सभी तीनों दलों में कड़ा मुकाबला है। एक ओर माकपा के अलाप्पुझा जिला सचिव साजी चेरियन वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) की तरफ से चुनावी मैदान में हैं तो कांग्रेस नेता डी. विजयकुमार यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के प्रत्याशी हैं। पूर्व भाजपा अध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई एक बार फिर इस सीट से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। जनवरी में इस सीट से विधायक के.के. रामचंद्रन नायर (माकपा) का बीमारी के कारण निधन की वजह से इस सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा। इस उपचुनाव को राज्य में पिनराई विजयन के नेतृत्व वाली सरकार और केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार के लिए जनमत संग्रह माना जा रहा है।

 

उत्तराखंड के चमोली जिले की थराली विधानसभा सीट पर भी मतदान कराया गया। चमोली के जिला सूचना अधिकारी जीएस बिष्ट ने बताया कि देवाल क्षेत्र के देवसारी गांव के लोगों ने अपनी सड़क की मांग पूरी नहीं होने के विरोध में मतदान के बहिष्कार की घोषणा की है। चमोली के उपजिलाधिकारी और थराली सीट के निर्वाचन अधिकारी परमानंद राम ने बताया कि क्षेत्र के 178 पोलिंग बूथ पर सुबह आठ बजे मतदान शुरू हुआ और अब तक सभी जगह से शांतिपूर्ण मतदान की सूचना है। भाजपा विधायक मगनलाल शाह की इस वर्ष फरवरी में बीमारी के कारण मृत्यु होने से थराली सीट पर उपचुनाव कराया गया। भाजपा ने इस सीट से दिवंगत मगनलाल शाह की विधवा मुन्नी देवी को चुनावी समर में उतारा है और उनका सीधा मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी और पूर्व विधायक डॉ. जीतराम शाह से है।

 

बिहार के अररिया जिले के जोकिहाट विधानसभा सीट पर भी कड़ी सुरक्षा के बीच उपचुनाव कराया गया।जोकिहाट विधानसभा सीट से विधायक सरफराज आलम हाल ही में अररिया संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गये हैं। इस कारण विधानसभा सीट रिक्त हो गयी है। जडीयू की टिकट पर 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में जोकिहाट विधानसभा सीट से विजयी हुए सरफराज अपने पिता और अररिया से राजद सांसद मोहम्मद तस्लीमुद्दीन के निधन के बाद संसदीय सीट से चुनाव लड़ने के लिए राजद में शामिल हो गए थे। जोकिहाट उपचुनाव में सरफराज के भाई शाहनवाज आलम राजद की टिकट पर महागठबंधन के उम्मीदवार के तौर तथा जदयू के मोहम्मद मुर्शिद आलम राजग के प्रत्याशी के तौर पर अपना-अपना भाग्य आजमा रहे हैं।

 

पश्चिम बंगाल की महेशतला विधानसभा उपचुनाव स्थानीय विधायक कस्तुरी दास के निधन के कारण कराया गया। महेशतला में तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और वाम मोर्चे के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। तृणमूल की ओर से दिवंगत विधायक के पति दुलाल दास, जबकि भाजपा की तरफ से सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक सुजीत घोष चुनाव मैदान में हैं। दूसरी तरफ वाम मोर्चे ने प्रभात चौधरी को चुनाव मैदान में उतारा हैं जिन्हें कांग्रेस का समर्थन प्राप्त है। 31 मई को इन सभी उपचुनावों के वोटों की गिनती का काम होगा और शाम तक नतीजों की घोषणा कर दी जाएगी।