टाइम्स ख़बर। कर्नाटक मे बीजेपी लीडर येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस-जेडीएस की सरकार बनना तय है। जेडीएस लीडर कुमारस्वामी देवेगौड़ा ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और वे 21 मई को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले थे लेकिन अब शपथ समारोह 23 मई को होगा। बताया जाता है कि 21 मई को कांग्रेस लीडर व पुर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पूण्यतिथि है। जेडीएस के पास सिर्फ 37 सीटें हैं लेकिन कांग्रेस पार्टी के समर्थन के बाद आसानी से कुमारस्वामी बहुमत सिद्द कर लेंगे।
कर्नाटक में विधान सभा की कुल 224 सीटें है। इनमें से 222 सीटों पर ही चुनाव हुए। बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी और 104 सीटों पर जीत हासिल की। कांग्रेस पार्टी 78 सीटों और जेडीएस ने 38 सीटों पर जीत हासिल की। हालांकि जेडीएस के पास 37 सीटें हीं है क्योंकि कुमारस्वामी ने दो जगहों से चुनाव लड़ा था और दोनो ही सीटों पर जीत हासिल की। ऐसे में एक ही सीट गिनी जायेगी।
बीएसपी के एक विधायक जेडीएस का साथ है। निर्दलीय भी जेडीएस के साथ बताये जाते हैं। सरकार में कांग्रेस पार्टी भी शामिल होगी। इस बीच खबर है कि मंत्रिमंडल में एक उपमुख्यमंत्री भी होगा यह पद कांग्रेस पार्टी को दिया जायेगा।
कुमार स्वामी पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौडा के पुत्र हैं और पहले भी एक बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वे बोक्कालिंगा समाज से हैं जो पिछड़े वर्ग के अंतर्गत है। बोक्कालिंगा समाज की आबादी राज्य में लगभग 17 प्रतिशत है। इस वजह से इनकी राजनीतिक बुनियाद काफी मजबूत है। चुनाव से पहले जिस प्रकार से कांग्रेस, बीजेपी व जेडीएस के बीच राजनीतिक घमासान जारी था वह सिलसिला चुनाव
परिणाम आने के बाद भी जारी रहा और आगे भी जारी रहेगा। 224 विधान सभा सीटो में से 222 पर चुनाव हुए और किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला। इसके बाद सियासी दांवपेंच तेज हो गया और मामला अदालत तक पहुंचा। और अदालत ने महत्पूर्ण भूमिका अदा की सुनवाई कर।