(टाइम्स ख़बर)। कर्नाटक में राजनीतिक गहमागहमी चरम पर है। विधान सभा चुनाव में किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिला। इसलिये सरकार बनाने की रेस में बीजेपी, कांग्रेस और जेडीएस तीनों ही है। कांग्रेस ने बिना शर्त जेडीएस को समर्थन दे दिया। ऐसे में दोनो ही पार्टियों के विधायकों की संख्या बहुमत से अधिक है। इस बीच कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों की टूटने की चर्चा भी है। जेडीएस ने आरोप लगाया है कि उनकी पार्टी के विधायकों को 100-100 करोड तक के ऑफर दिये जा रहे हैं। अब सभी पार्टियों की निगाहें राज्यपाल वुजुभाई पर टिकी है।
- कर्नाटक में कुल सीटें 224 लेकिन 222 पर चुनाव हुए। बहुमत के लिये जादुई आंकड़ा 112 है।
- बीजेपी को
- बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गये येदुरप्पा। उन्होंने राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया।
- जेडीएस नेता कुमारस्वामी ने भी राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा किया और कहा उनके पास 117 विधायकों का समर्थन है।
- एचडी कुमारस्वामी ने कहा कि उनके विधायकों को बीजेपी द्धारा 100 करोड़ और कैबिनेट में पद का ऑफर दिया गया।
- केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर ने कहा विधायकों के खरीद फरोख्त के आरोपों को गलत बताया।
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यदि कांग्रेस-जेडीएस को राज्यपाल द्धारा निमंत्रण नहीं दिया जाता है तो सभी विधायक कल राजभवन के सामने धरने पर बैंठेंगे।
कर्नाटक में सत्ता की राजनीति पर पल-पल बदल रही है।