तीसरे मोर्चे की कोई संभावना नहीं। सभी विपक्षी दल एक जुट रहेंगे - पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव।

1
तीसरे मोर्चे की कोई संभावना नहीं। सभी विपक्षी दल एक जुट रहेंगे - पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव।

नई दिल्ली। जनता दल यूनाइटेड के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने सिरे से खारिज कर दिया तीसरे मोर्चे के गठन को। तेलंगाना के मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस और बीजेपी से अलग तीसरे मोर्चे के गठन में लगे हुए थे लेकिन समाजवादी विचारधारा वाले नेता शरद यादव ने इसे खारिज कर दिया। और भरोसा जताया कि सभी विपक्षी दल आगामी लोकसभा चुनाव के लिये एकजुट होंगे। उन्होंने कहा कि 

- तीसरे मोर्चे की कोई संभवाना नहीं। सभी विपक्षी दल एक जुट रहेंगे।

- लोकसभा चुनाव से पहले तीसरे मोर्चे के कवायद से विपक्ष की एकता पर कोई असर नहीं पडे़गा।

- देश का सामाजिक तानाबना संकट में है।

- इस बार संविधान बचाने की चुनौती है, इसके लिए ‘साझा विरासत’ के मंच पर सभी दलों और संगठनों को एकजुट करने में मिली कामयाबी से मैं आश्वस्त हूं कि सभी विपक्षी दल, मोदी सरकार की वजह से उपजे संकट से देश को उबारने के लिए तत्पर हैं।

- सभी दलों से लगातार संपंर्क बनाये हूए हूं। समय आने पर सभी को एकजुट कर दिखायेंगे।

- बीजेपी का विकल्प सिर्फ विपक्ष की एकजुटता ही है।

- क्षेत्रीय और निजी हितों की खातिर जो दल इस जरूरत को नजरंदाज करेंगे, उन्हें भविष्य में बीजेपी ही सबक सिखाएगी।

- राष्ट्रीय स्तर पर समान विचारधारा वाले सभी विपक्षी दलों की एकजुटता, गंभीर चुनौती जरूर है लेकिन यह चुनौती नामुमकिन नहीं है।

 

कांग्रेस, एसपी, आरजेडी और आरएलडी सहित अन्य विपक्षी दलों की कमान संभाल रहे युवा नेतृत्व की गलतियों से बीजेपी के मजबूत होने के सवाल पर यादव ने कहा, ‘अनुभव को नकारने की गलती का खामियाजा भुगतना होता है और इस गलती को सुधारने का परिणाम भी तुरंत मिलता है।’उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में एसपी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा पार्टी संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बात नहीं मानने और बाद में भूल सुधार कर उपचुनाव में बिएसपी से हाथ मिलाने का परिणाम सामने है। 

 

नोट - इनपुट न्यूज एजेंसी भाषा से)