(Times Khabar ) बीजेपी शासित हिमाचल प्रदेश के कसौली में एसिस्टेंट टाउन प्लानर शैलबाला शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस सरकारी रवैये को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने खुद संज्ञान लिया और प्रदेश सरकार को जमकर फटकार लगाई। महिला अधिकारी सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर होटल मालिक की संपत्ति में अवैध निर्माण को सील करने गई थी। लेकिन होटल मालिक ने उन्हें गोली मार दी जिसमें महिला अधिकारी की मौत हो गई।
न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर और न्यायमूर्ति दीपक गुप्ता की पीठ ने इस घटना को अत्यधिक गंभीर बताया और कहा कि सरकारी अधिकारी न्यायालय के निर्देश का पालन करने के लिए अवैध निर्माण को सील करने वहां गए थे। मामले पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने महिला अधिकारी को उचित सुरक्षा मुहैया न करवाने को लेकर राज्य सरकार को फटकार लगाई है। कोर्ट ने इस मामले को 'बेहद गंभीर' बताते हुए कहा कि अगर आप लोगों की जान लेंगे तो हम शायद कोई भी आदेश जारी करना बंद कर दें। पीठ ने घटना पर स्वत: संज्ञान लेते हुए कहा कि यह मामला प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा के समक्ष लाया जाए ताकि कल वह इसे उचित पीठ के पास भेज सकें।
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी पूछा कि सीलिंग अभियान के दौरान सरकारी अधिकारियों के साथ गया पुलिस दल उस समय क्या कर रहा था जब होटल मालिक ने महिला अधिकारी को कथित तौर पर गोली मारी। हिमाचल प्रदेश सरकार की ओर से पेश वकील ने पीठ को बताया कि सरकारी अधिकारियों पर गोली चलाने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। इस घटना में महिला अधिकारी की मौत हो गई जबकि लोक निर्माण विभाग का एक अधिकारी घायल हुआ है। पुलिस ने आरोपी के बारे में जानकारी देने पर एक लाख रुपए इनाम की घोषणा की है। फिलहाल, आरोपी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली पाई है। हालांकि डीजीपी मुख्यालय की ओर से आरोपी की फोटो जारी किया गया है। सभी जिलों की पुलिस को इस बारे में अलर्ट भेजा गया है। बता दें कि होटल मालिक का बेटा आरोपी विजय ठाकुर बिजली बोर्ड में कार्यरत है। वह इन दिनों तीन हफ्ते की छुट्टी पर है।
ये है मामला
एनजीटी और सुप्रीम कोर्ट ने कसौली के 13 होटलों के अवैध निर्माण गिराने के आदेश दिए थे। दो मई इसकी डेडलाइन थी। इसके मद्देनजर मंगलवार सुबह 38 सदस्यीय चार टीमें अवैध निर्माण गिराने कसौली पहुंची थी। कुछ होटलों पर कार्रवाई करने के बाद अस्सिटेंट टाउन कंट्री प्लानिंग शैलबाला शर्मा के नेतृत्व में प्रशासन की टीम दोपहर ढाई बजे मंढोधार में नारायणी गेस्ट हाउस पहुंची। इस दौरान होटल संचालक विजय सिंह ने हंगामा शुरू कर दिया। महिला अधिकारी से बहस करने के बाद विजय ने आपा खोते हुए अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर से तीन गोलियां दाग दी। इसके अलावा, घटना में पीडब्ल्यूडी विभाग के एक कर्मी भी घायल हो गया, जिसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया है। पुलिस ने इस संबंध में चार टीमें गठित की हैं और आरोपी की तलाश की जा रही है।
खबरों के मुताबिक गोलीकांड के समय, मौके पर मौजूद पुलिस बल मूक दर्शक बना रहा और आरोपी वारदात को अंजाम देकर जंगल की ओर फरार हो गया। एक पुलिस अधिकारी ने हिम्मत जुटाकर थोड़ी दूर तक पीछा भी किया लेकिन जैसे ही आरोपी ने पलटकर पिस्तौल दिखाया तो यह अधिकारी भी उल्टे पैर लौट आए।