जय शाह की संपत्ति पर सत्ता पक्ष व विपक्ष आमने सामने।

जय शाह की संपत्ति पर सत्ता पक्ष व विपक्ष आमने सामने।

नई दिल्ली। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह इन दिनों सुर्खियों में है। उनपर आरोप है कि उनकी 'कंपनी टेंपल' इंटरप्राइजेज प्रोपर्टी में जबरदस्त वृद्दि हुई। वायर नाम वेबसाइट ने दावा किया है कि जय शाह की कंपनी की संपत्ति में 16 हजार गुणा वृद्धि हुई। और उससे पहले के साल में 80 करोड़ का इजाफा हुआ। इस खबर के बाद राजनीतिक गलियारों में तूफान आ गया है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू गया। कांग्रेस पार्टी, वाम दल और आप ने जांच की मांग की है।


जय शाह को बदनाम करने की कोशिश -  

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह ने अपने उपर लगे आरोप को झूठा और अपमानजनक बताया। उन्होंने सारे आरोप को खारिज कर दिया। बीजेपी नेताऔर रेल मंत्री पीयुष गोयल ने वेबसाइट पर अमित शाह और उनके बेटे जय शाह की छवि को खराब करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जय शाह ने अपने सारे 
व्यापार ईमानदारी से करते हैं। रेलमंत्री गोयल ने कहा कि वेबसाइट के खिलाफ 100 करोड़ रूपये की मानहानि केस दर्ज कराया जायेगा। 

रेलमंत्री गोयल ने कहा कि जय शाह कानून का पालन करने वाले बिजनेसमैन हैं। उन्होंने अनसिक्योर्ड लोन लिया था क्योंकि उन्हें बैंक से लोन नहीं मिला। यह लोन उन्होंनेब्याज सहित टीडीएस काटकर चुकाया है। 

नोटबंदी के शाह-इन-शाह - राहुल

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर कड़ा प्रहार किया और तीखे टिप्पणी की। उन्होंने ट्वीट किया कि हमें आखिरकार नोटबंदी का एकमात्र लाभार्थी मिल ही गया। यह आरबीआई, गरीब या किसान नहीं है। ये नोटबंदी के शाह-इन-शाह हैं। जय अमित।' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने इसे घोर पूंजीवाद का मामला बताया। उन्होंनेप्रेस कांफ्रेंस कर प्रधानमंत्री से पूछा कि अब आप घोर-पूंजीवाद के बारे में क्या कहेंगे? क्या आप इसकी जांच सीबीआई से करायेंगे? क्या प्रवर्तन निदेशालय को गिरफ्तारकरने का आदेश देंगे। सिब्बल ने आरओसी फाइलिंग का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि कुसुम फिनसर्व एलएलपी को मध्य प्रदेश में पवन ऊर्जा क्षेत्र में एक ठेका मिला, जबकि यह कंपनी स्टॉक ट्रेडिंग काकाम करती है। इस कंपनी का 60 प्रतिशत हिस्सा जय के पास है।

विपक्ष ने अमित शाह से इस्तीफे की मांग की - 
आम आदमी पार्टी (आप) ने भी कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के बाद अमित शाह के बेटे की किस्मत परवान चढ़ गई और वह खुद पार्टी प्रमुख बन गए। आप ने इस मामले की जांच कराने की मांग की है। आप नेता आशुतोष ने इन आरोपों की गहन जांच कराने और कार्रवाई करने की मांग की है। सीताराम येचुरी ने कहा, जैन हवाला डायरी
मामले के बाद लालकृष्ण आडवाणी और भ्रष्टाचार का खुलासा होने के बाद तत्कालीन पार्टी अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण ने इस्तीफा दे दिया था। क्या मोदी सरकार के अंतर्गत अब ऐसा होगा। भाकपा नेता डी राजा ने अदालत की निगरानी में उच्च स्तरीय एसआईटी जांच की मांग की।