चीन में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की निंदा।

चीन में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन में पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद की निंदा।

चीन में चल रहे ब्रिक्स सम्मेलन में सदस्य देशों ने आतंकवाद पर जोरदार हमला किया। ब्रिक्स के घोषणा पत्र में कहा गया है कि इस क्षेत्र में तालिबान,अल-कायदा द्वारा की जा रही हिंसा को लेकर  और इसकी सुरक्षा स्थिति को लेकर चिंतित है। हम विश्व और ब्रिक्स देशों में हुए सभी आतंकी हमलों की भर्त्सना करते हैं और आतंकवाद की निंदा करते हैं। ब्रिक्स घोषणापत्र में आतंकवादी संगठन लश्कर, हक्कानी नेटवर्क, जैश-ए-मोहम्मद द्वारा की जा रही हिंसा की निंदा की गयी है।


यह पाकिस्तान को एक तरह से चेतावनी है। साथ ही पाकिस्तान को जोरदार झटका लगा। कहा जा रहा था कि चीन की कोशिश होगी कि ब्रिक्स सम्मलेन में आतंकवाद का मुद्दा नहीं उठे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस प्रधानमंत्री के विदेशी कुटनीति की जीत मानी जा रही है।

चीन के शियामेन में ब्रिक्स के पांचो सदस्य देशों के नेताओं की सामूहिक तस्वीरें लिये जाने का साथ हीं ब्रिक्स सम्मेलन की शुरूआत हुई। डोकलाम प्रकरण के बाद पहली बार भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग मिले और गर्मजोशी से हाथ मिलाये। दोनो नेताओं के चेहरे पर मुस्कान देखने को मिली और काफी देर तक हाथ मिलाते रहे।