आतंकवाद का चेहरा है पाकिस्तान।

आतंकवाद का चेहरा है पाकिस्तान।

जिनेवा। आतंकवाद को लेकर एक बार फिर भारत ने पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र में बेनकाब किया है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद की बैठक के दौरान भारत ने अपने पड़ोसी पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का चेहरा बताया है। इतना ही नहीं भारत ने इस्लामाबाद से आतंकवाद की फैक्ट्रियां बंद करने औरइसके आतंकियों को सजा दिलवाने को भी कहा है। नई दिल्ली की तरफ से राइट ऑफ रिप्लाई के तहत ये बयान दिया गया।


मानवाधिकार परिषद के 36वें सत्र में पाकिस्तान के बयान का सख्त जवाब देते हुए भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी डॉ. विष्णु रेड्डी ने इस्लामाबाद को आतंकवाद का चेहरा बताया। मीडिया रिपोर् के मुताबिक, रेड्डी ने अपने जवाब में कहा, 'पाकिस्तान के विदेश मंत्री तक ने खुद माना है कि लश्कर-ए-तैयबा,जैश-ए-मोहम्मद जैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित संगठन पाकिस्तान की धरती से संचालित हो रहे हैं। पाकिस्तान को इन आतंक की फैक्ट्रियों को बंद करना चाहिए और अपराधियों को सजा दिलानी चाहिए।'

रेड्डी ने आगे बताया कि जम्मू और कश्मीर आतंकवादी हमलों को अंजाम देने में सीमा पार से मिल रहे समर्थन के पक्के सबूत पाकिस्तान को सौंप दिए गए हैं। रेड्डी ने एक बार फिर यह बताया कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है और वह हमेशा रहेगा। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान के जम्मू कश्मीर को लेकर दिया बयान बेतुका और तथ्यात्मक तौर पर भी गलत है। यह बयान भ्रमित करने वाला है। मैं आप लोगों को फिर बता दूं कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है और वह हमेशा रहेगा।'

रेड्डी ने बताया, 'पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर आतंकवाद का गढ़ बन गया है। इन मसलों को सुलझाने के लिए जिम्मेदारपूर्ण रवैया अपनाना चाहिए लेकिन वह इसकी बजाय बेतुके बयान देकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहा है। अब समय आ गया है जब पाकिस्तान को आत्मचिंतन करना चाहिए और पीओके में मानवाधिकारों की हालत सुधारने के लिए काम करना चाहिए।