चेक से कारोबार करने वाले सावधान, अन्यथा अब आपको भारी पड सकता है। कई लोग ऐसे होते हैं जो अपने बैंक खातों में पर्याप्त धन राशि न होने के बावजूद चेक जारी कर देते हैं। और चेक बाउंस हो जाता है। चेक बाउंस की परेशानियों से बचाने के लिये सुप्रीम कोर्ट ने दिशा-निर्देश जारी किया है।
इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने चेक बाउंस से जुड़ी अटॉर्नी जनरल जी. ई. वाहनवती की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है। यदि आपका चेक बाउंस करता है तो ऐसे में आपके चेक की राशि के 20 प्रतिशत तक आपको जुर्माने लग सकती है।
बताया जा रहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने चेक बाउंस संबंधी केसों में कमी लाने के लिये इस तरह के कदम उठाये हैं। उल्लेखनीय है कि उपलब्ध आंकड़ो के मुताबिक इस समय सुप्रीम कोर्ट के पास 30 लाख से ज्यादा चेक बाउंस के मामले लंबित हैं।
अदालत के आदेश के मुताबिक सुनवाई कोर्ट में फैसले के बाद चेक राशि नहीं देने पर डिफॉल्टर को मामला जिला अदालत में जाने पर जेल जाने से बचने के लिए चेक राशि का 10 फीसदी, हाईकोर्ट जाने पर 15 फीसदी और सुप्रीम कोर्ट तक केस जाने पर 20 फीसदी ज्यादा जुर्माना भुगतना होगा। कानून के जानकार इसे अच्छा कदम तो मान रहे हैं लेकिन साथ ही देश में अदालतों की संख्या बढ़ाने की भी बात कर रहे हैं।
उधर, गलती से चेक बाउंस होने के मामले में भी एक अलग व्यवस्था मौजूद है। इसके तहत गलती से चेक बाउंस होने पर अदालती कार्रवाई से बचा जा सकता है। ऐसे केस में 15 दिन का नोटिस दिया जाता है। नोटिस पीरियड के दौरान पैसे वापस कर देने पर अदालत जाने से बचा जा सकता है।